डोंबिवली/ दि.२४ – डोंबिवली के समीप कल्याण ग्रामीण के भोपर परिसर में एक 15 वर्षीय नाबालिग पर एक नहीं बल्कि 29 लोगों ने सामूहिक दुष्कर्म करने की दिल दहला देने वाली घटना सामने आयी है. इस मामले में मानपाडा पुलिस थाने में अपराध दर्ज होने के बाद केवल 4 घंटे में 23 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. उसमें से 2 नाबालिग होने की बात सामने आयी है वहीं अब तक 6 आरोपी फरार है, पुलिस उनकी तलाश कर रही है. मानपाडा पुलिस थाना अंतर्गत निवासी पीडिता ने बुधवार की रात पुलिस थाने में जाकर इस मामले की शिकायत दर्ज कराई.
शिकायत के अनुसार 22 जनवरी 2021 को प्रेमी ने उस पर दुष्कर्म किया. उस समय उसने दूष्कर्म करते समय का वीडियो उसके मोबाइल में निकाला था. तब से प्रेमी व उसके मित्रों ने बीते 8 से 9 महिने से वह वीडियो वायरल करने की धमकी देते हुए उसे डोंबिवली, बदलापुर, मुरबाड व रबाले आदि क्षेत्र में ले जाकर बार बार जबर्दस्ती की. इस मामले में मानपाडा पुलिस ने भादंवि की धारा 376, 376 (एन) (3), 376 (ड) (अ) व पोस्को की धारा 4, 610 के तहत अपराध दर्ज किया है. मुंबई के साकीनाका अत्याचार की घटना के बाद महाराष्ट्र को हिला देने वाली यह दूसरी घटना है. इसलिए इस मामले की ओर गंभीरता से ध्यान देते हुए वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने अपराध दर्ज होते ही आरोपी की तलाश करने के लिए तत्काल पुलिस के चार दल गठित किये. इन पुलिस दलों ने केवल 4 घंटे में अपराध में लिप्त 23 लोगों को हिरासत में लिया हेै. लेकिन 23 में से 2 जन नाबालिग होने की बात सामने आयी है. और 6 आरोपी अभी तक फरार है, पुलिस उनकी तलाश जारी है. फरियादी व्दारा दी गई शिकायत के अनुसार तांत्रिक व वैज्ञानिक जांच कर घटना की सत्यता की जांच पडताल की जा रही है. फरार आरोपियों को गिरफ्तार करने के प्रयास जारी रहने की जानकारी अपर पुलिस आयुक्त दत्तात्रय कराले ने दी. इस मामले की जांच सहायक पुलिस आयुक्त सोनाली ढोले पर सौंपी गई है.
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महिला नेताओं में रोष व्याप्त
सामूहिक अत्याचार की घटना के बाद डोंबिवली थर्रा गई है. उसके राजनीतिक समीकरण बदलने लगे है. इस घटना के बाद राष्ट्रवादी काँग्रेस की महिला नेता विद्या चव्हाण व भाजप की महिला नेता चित्रा वाघ ने डोबिंवली पहुंच मानपाडा पुलिस थाने के बाहर अनेक महिलाओं ने उपस्थिति दर्ज कर अपना तीव्र रोष व्यक्त किया है. राष्ट्रवादी काँग्रेस की नेता विद्या चव्हाण ने घटना के बाद तीव्र संताप व्यक्त करते हुए कहा कि इसी तरह की घटनाएं हमेशा ही घटीत हो रही है, पुलिस भी ऐसे मामलों की गंभीरता से दखल लेकर तत्काल कार्रवाई करने के बावजूद भी ऐसी घटनाएं घटीत हो ही रही है. अपराधियों को पुलिस व कानून का कोई डर ही नहीं रहा है. इसलिए अब आरोपियों को हमारे कब्जे में दों, हम महिलाएं उन आरोपियों को अच्छा जवाब देंगे अन्यथा ऐसी घटनाएं घटीत होती ही रहेगीे, ऐसी मांग उन्होंने मानपाडा पुलिस से की है. भाजप की चित्रा वाघ ने भी इस घटना के बाद तीव्र नाराजगी व्यक्त की है. महिलाओं पर अत्याचार होनेे की घटनाएं बढती जाने से उस पर चर्चा करने के लिए भाजपा महिला विधायक व्दारा विशेष अधिवेशन बुलाने की मांग की थी. वह सही थी या गलत थी? ओर कितनी लडकियों व महिलाओं को इसका शिकार होना पडेगा? तब किसका मुंह फोडने का? विरोधक या सरकार का? ऐसा सवाल करते हुए राज्य सरकार व शिवसेना नेता संजय राउत को टिप्पणी का लक्ष्य बनाया.वहीं इस अपराध में कोई भी राजनीतिक पार्टी के स्थानीक नेताओं के बच्चे आरोपी होने की बात निदर्शन में लाकर देने से वे कोही भी पार्टी के रहे उन पर कडी कार्रवाई होनी ही चाहिए, ऐसी मांग चित्रा वाघ ने की है.