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जल्दबाजी में प्रतिबंध हटाना हो सकता है विनाशकारी

डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक बोले

नई दिल्ली/दि. 7 – कोरोना महामारी की दूसरी लहर कम होने के बाद भारत समेत कई देशों ने अनलॉक की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके तहत दुकान से लेकर मेट्रो तक को खोलने की इजाजत दे दी गई है. वहीं इस बीच अब विश्व स्वास्थ्य संगठन(WHO) के महानिदेशक टैड्रॉस एडहेनॉम घेबरेयेसस ने चेतावनी देते हुए कहा है कि विश्व में डेल्टा के साथ-साथ अन्य वेरिएंट का प्रसार अभी भी तेजी से हो रहा है, इसलिए जल्दबाजी में प्रतिबंध हटाना किसी भी देश के लिए विनाशकारी साबित हो सकता है. उन्होंने कहा कि कोई भी देश पूरी आबादी को वैक्सीन लगाने के बाद ही पाबंदी में ढील दे नहीं तो तीसरी लहर आने से कोई नहीं रोक सकता है.
उन्होंने कहा कि कई देश अभी भी बेहद खतरनाक स्थिति का सामना कर रहे हैं, जबकि उच्चतम टीकाकरण दर वाले देश प्रतिबंधों को समाप्त करने को लेकर विचार कर रहे हैं, लेकिन वायरस के परिसंचरण और प्रतिक्रिया क्षमता को ध्यान में रखते हुए उन्हें सावधानी से काम लेना चाहिए.

बता दें कि बीते महीने विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना के डेल्टा वैरिएंट के पूरे स्ट्रेन को ‘वेरिएंट ऑफ कंसर्न’ यानी चिंता वाला वैरिएंट बताया था. इस पर भारत सरकार ने अपनी आपत्ति दर्ज कराई थी. वहीं अब डब्ल्यूएचओ ने कहा कि इसका बस एक सब लिनिएज ही अब चिंता का विषय है. यानी B.1.617 वेरिएंट के तीन स्ट्रेन में से बस एक स्ट्रेन चिंता का विषय है. डब्ल्यूएचओ ने कहा कि अब बड़े स्तर पर पब्लिक हेल्थ के लिए बी.1.617.2 ही अब चिंता का सबब है, जबकि बाकी के दो स्वरूप में संक्रमण फैलाने की दर बहुत कम है.

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