हॉकी इंडिया के अध्यक्ष मो.मुश्ताक अहमद अल्पसंख्यांक होने के कारण कार्रवाई
हॉकी इंडिया के पूर्व अध्यक्ष अहमद का सनसनीेखेज आरोप
नई दिल्ली– हॉकी इंडिया के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के लिए विवश करने पीछे गलत हेतू था, ऐसा आरोपी लगाते हुए अल्पसंख्यांक होने के कारण ही उनके खिलाफ कदम उठाया गया, ऐसा संदेह हॉकी इंडिया के पूर्वाध्यक्ष मो.मुश्ताक अहमद ने व्यक्त किया. उनके दावे से खलबली मच गई है. क्रीडा सचिव रवि मित्तल को भेजे पत्र में ऐसा दावा किया है. हॉकी इंडिया के अध्यक्ष पद से अहमद को क्रीडा मंत्रालय के आदेश पर इस्तीफा देना पडा था. आचार संहिता के नियमानुसार लगातार तीन कार्यकाल एक क्रीडा संगठना में पदाधिकारी के रुप में काम किया हो तो उस पद पर नहीं रह सकते. अहमद ने कोषाध्यक्ष, सचिव और अध्यक्ष ऐसे लगातार पद संभाले. उन्हें इस्तीफा देने के लिए कहा गया था, तब उन्होंने उपरोक्त आरोप लगाकर उन्हें निशाना बनाया गया हेै, ऐसा कहा. इस बारे में क्रीडा मंत्रालयों के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मंत्रालय ने अहमद की कार्रवाई करते समय नियमों का पालन किया है. हमने हॉकी इंडिया को भेजे पत्र में सभी बातें स्पष्ट की है. इससे अधिक कुछ बताने लायक नहीं है. अहमद ने क्रीडा सचिव को लिखे पत्र में कहा है कि अध्यक्ष के नाते शुधांशू मित्तल, राजू मेहता व आनंदेश्वर पांडे ने खो-खो, तलवारबाजी और हैंडबॉल संगठना की आचार संहिता भंग की तब उन्होंने पद संभाले. उन्होंने आरोप लगाया कि लिए गए निर्णय गलत दृष्टि से लिया गया है. अल्पसंख्यांक होना गलत साबित हुआ, ऐसा भी उन्होंने पत्र में स्पष्ट किया है.