नई दिल्ली/दि.१२-पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर हुए हमले के मामले में तीन आईपीएस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई हुई है. तीनों अधिकारियों को डेप्युटेशन पर दिल्ली बुलाया गया है. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने जेपी नड्डा की सुरक्षा में लापरवाही के चलते शनिवार को ये कार्रवाई की है.
गृह मंत्रालय के एक्शन पर तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने प्रतिक्रिया दी है. टीएमसी के सांसद कल्याण बनर्जी ने गृह मंत्रालय पर पश्चिम बंगाल के IAS और IPS अधिकारियों को आतंकित करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि अधिकारियों को डेप्युटेशन पर भेजना, गृह मंत्रालय द्वारा दबाव डालने की रणनीति है. ऐसा करके राज्य में इमरजेंसी जैसी स्थिति पैदा की जा रही है. उधर, बीजेपी नेताओं पर हो रहे हमले को लेकर पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और पश्चिम बंगाल के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने ममता सरकार पर निशाना साधा है. कैलाश विजयवर्गीय ने सोशल मीडिया पर किए गए पोस्ट में कहा कि पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी बीजेपी नेताओं पर ईंट बरसा रहीं हैं. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा पर भी हमले की साजिश रची गई, लेकिन, बीजेपी की अपनी रीति-नीति है. हम अपनी सहिष्णुता नहीं छोड़ते. हम ईंट का जवाब फूल से देंगे. हमारा कमल राज्य को नई पहचान देगा. बता दें कि जेपी नड्डा दो दिन के दौरे पर पश्चिम बंगाल में थे. गुरुवार को जेपी नड्डा डायमंड हार्बर की ओर जा रहे थे, तब रास्ते में उनके काफिले पर पत्थर फेंके गए और हमला किया गया. इस दौरान जेपी नड्डा तो सुरक्षित रहे, लेकिन कैलाश विजयवर्गीय को चोट आई. पार्टी अध्यक्ष के काफिले पर इस तरह हुए हमले के बाद से ही बीजेपी आगबबूला है. पीएम नरेंद्र मोदी ने फोन कर जेपी नड्डा, कैलाश विजयवर्गीय का हाल जाना तो वहीं अमित शाह, राजनाथ सिंह समेत अन्य सभी मंत्रियों ने हमले की निंदा करते हुए ममता सरकार पर सवाल खड़े किए.
इस पूरे मामले में अभी तक 3 FIR दर्ज की जा चुकी हैं, जबकि सात लोगों की गिरफ्तारी हुई है. बंगाल पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ दो एफआईआर दर्ज की हैं. इसके अलावा पुलिस ने एक स्नढ्ढक्र बीजेपी नेता राकेश सिंह के खिलाफ दर्ज की है, जिन पर भीड़ को भड़काने का आरोप लगा है.
बंगाल पुलिस के मुताबिक, जेपी नड्डा के काफिले को सुरक्षा के अलावा बंगाल पुलिस ने अतिरिक्त सुरक्षा मुहैया कराई थी. जेपी नड्डा के काफिले के रास्ते और कार्यक्रम की जगह पर 4 एडिशनल SP, 8 डिप्टी SP, 8 इंस्पेक्टर, 30 अफसर, 40 RAF, 145 कॉन्स्टेबल, 350 CV तैनात किए गए थे.