किसान आंदोलन में फिर हिंसा : निहंगों ने एक युवक का पैर तोड़ा
इससे पहले भी निहंगों ने की थी बर्बरता
नई दिल्ली/दि.22 – राजधानी नई दिल्ली में चल रहा किसान आंदोलन अब हिंसक रूप लेता जा रहा है. अभी हाल ही में सिंघु बॉर्डर पर निहंगो ने लखबीर सिंह पर जानलेवा हमला कर दिया था. उसके दोनों हाथ और पैर काट दिए गए थे. जिससे लखबीर ने दम तोड़ दिया था. ऐसे ही घटना एक बार फिर सामने आई है, जब निहंगों ने मनोज पासवान नाम के युवक पर जानलेवा हमला किया तथा उसके पैर तोड़ दिए हैं.
खबरों के मुताबिक मनोज अपने वाहन से मुर्गियों को लेकर जा रहा था. तभी निहंगों ने उसे रोक लिया और मुफ्त में मुर्गी लेने की बात कर दी. जब इसको लेकर मनोज ने मना कर दिया, फिर निहंगों ने मनोज के ऊपर जानलेवा हमला करते हुए उसके पैर ही तोड़ दिया। इस पूरे मामले के बाद पुलिस ने एक निहंग को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. आरोपी की पहचान करनाल जिले के गगसीना गांव में रहनेवाले नवीन के तौर पर हुई है.
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अब गाजीपुर बॉर्डर होगा किसानों से मुक्त
बैरिकेड हटे, पहुंची पुलिस
वहीं दूसरी ओर सुप्रीम कोर्ट ने गत रोज किसान आंदोलन से बंद सड़कों को खुलवाने को लेकर दायर याचिका पर सुनवाई की. सुनवाई करते समय ही शीर्ष अदालत ने साफ तौर पर कहा कि किसानों को विरोध प्रदर्शन करने का अधिकार है, सड़क रोकने का नहीं और इसमें कोई संदेह नहीं होना चाहिए. इस पर किसान संगठनो की ओऱ से पैरवी कर रहे एड. दुष्यंत दवे ने कहा कि सड़क को पुलिस ने बंद किया है, किसानों ने नहीं. सुप्रीम कोर्ट ने अब इस केस की अगली सुनवाई की तारीख 7 दिसंबर कर दी है. अदालत की सुनवाई के तुरंत बाद किसान नेता राकेश टिकैत अपने किसान साथियों के साथ बैरिकेड हटाने लगे. साथ ही दिल्ली पुलिस भी गाजीपुर बॉर्डर पहुंच गई. ऐसे में उम्मीद है कि जल्द ही गाजीपुर बॉर्डर की सडक से गतिरोध दूर होगा.