नई दिल्ली/दि.22 – बीते कुछ दिनों में कोरोना संक्रमितो की संख्या तेजी से बढ रही है. जिसके चलते केंद्र सरकार की ओर से महाराष्ट्र, केरल सहित अन्य कुछ राज्यों में आरटीपीसीआर टेस्ट के प्रमाण बढाने व कुछ गिनेचुने जिलों में कडी निगरानी व नियंत्रण रखने के निर्देश दिये है. केंद्र ने राज्यों को कोरोना के म्यूट्रेशन पर ध्यान केंद्रीत करने के अलावा रैपीड एंटीजन टेस्ट निगेटिव आनेवाले लोगों की सीधे तौर पर आरटी-पीसीआर टेस्ट करने की सूचना की है. हाल की घडी में देश में 1 लाख 45 हजार 634 एक्टिव मरीज है. इनमें से 74 फीसदी से अधिक मरीज केरल व महाराष्ट्र इन दो राज्यों के है. इसके अलावा छत्तीसगढ, मध्यप्रदेश, पंजाब व जम्मु काश्मिर में भी कोरोना का प्रकोप बढ रहा है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार को इन राज्यों को भेजे एक पत्र में बताया कि, बीते सप्ताह में केरल में औसतन 42 हजार से 34 हजार 800 मरीजे मिले. यहां के अलपप्पूझा जिले में साप्ताहिक संक्रमण का दर 10.7 फीसदी बढ गया है. यहां पर सप्ताहभर में तकरीबन 1833 मरीज पाये गये है. महाराष्ट्र में बीते चार सप्ताह में औसतन 18 हजार 200 से 21 हजार 300 मरीज मिले है. यहां पर साप्ताहिक पॉजीटिव दर 4.7 फीसदी से 8 फीसदी पहुंच गया है. मुंबई उपनगर में यह दर 19 फीसदी पर पहुंच गया है. इसके अलावा नागपुर, अमरावती, नासिक, अकोला, यवतमाल जिलों में पॉजीटिव दर क्रमश: 33, 47, 23, 55 व 48 फीसदी पहुंच गया है. पांच राज्यों व केेंद्रशासित प्रदेशों में साप्ताहिक पॉजीटिव दर राष्ट्रीय औसत से 1.79 फीसदी ज्यादा है. जिसमें महाराष्ट्र का दर सबसे ज्यादा 8.10 फीसदी है. इसलिए इस क्षेत्र में आरटी-पीसीआर टेस्टिंग का प्रमाण बढाने की जरूरत होने की जानकारी मंत्रालय ने पत्र में दी है. वहीं दूसरी ओर केंद्र ने सभी राज्य व केंद्रों शासित प्रदेशो को कोरोना टीकाकरण को बढाने के निर्देश दिये है. हाल की घडी में स्वास्थ्य व फ्रंटलाईन कर्मचारियों का टीकाकरण का प्रमाण पूरा नहीं हो पाया है. इसलिए सप्ताह में कम से कम चार दिन अभियान चलाकर टीकाकरण का लक्ष्य पूरा करने की जरूरत होने की बात केद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने दी है. मार्च माह में देश के बुजुर्ग व विविध बीमारियों से ग्रसित लोगों को टीका लगवाने की शुरूआत होगी. इस संबंध में अभिेयानात्मक रणनीति के अंतिम प्रारूप लिया जा रहा है.