देश में कोरोना महामारी की बढती रफ्तार घातक
एक माह में दुगनी हुई संक्रमित मरीजों की संख्या
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मौत का आकंडा भी 32 फीसदी तक बढा
नई दिल्ली/दि.१६ – पिछले एक साल से देशभर में कोरोना महामारी ने हाहाकार मचा रखा था. हाल ही में कुछ राहत कोरोना महामारी से मिलने के पश्चात नागरिकों ने फिर से लापरवाही बरतनी शुरु कर दी थी अब यह लापरवाही भारी पडने लगी है. मार्च की शुरुआत से ही कोरोना ने अपना रौद्र रुप दिखाना शुरु कर दिया है. पिछले महीने देश में एक सप्ताह में औसतन 11,200 नए संक्रमित पाए गए थे अब यह आंकडा 22,277 पर पहुंच चुका है. यानि एक महीने में समूचे देशभर में कोरोना संक्रमितो की संख्या दुगनी हुई है.
फरवरी माह में एक सप्ताह में औसतन 94 लोगों की मौत कोरोना महामारी से हुई थी अब यह बढकर 124 हो गई है. जिसमें मरने वालो का आंकडा 32 फीसदी तक पहुंच चुका है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को बताया कि देश में पिछले 24 घंटो में कोरोना के 26,291 नए केस मिले है और 118 की मौत हुई है. कोरोना के केस का यह इस साल का सबसे बडा आंकडा है. पिछले तीन महीनो में यह सातवी बार है जब रोजाना 20 हजार से अधिक केस पाए जा रहे है. इसमें पहले 20 दिसंबर 2020 को 26,624 केस मिले थे.
सबसे अधिक टीकाकरण के मामले में भारत दुनिया में चौथे स्थान पर है. किंतु अब तक देश की एक प्रतिशत आबादी को ही टीका लग पाया है. टीकाकरण की इस धीमी गती पर गृहमंत्रालय से जुडी संसद की स्थायी समिति ने सरकार की खिचाई की है. संसद में सोमवार को पेश की गई रिपोर्ट में कहा गया है कि 18 फरवरी तक 98.34 लाख लोगों को टीके लग पाए थे अगर यही रफ्तार रही तो पूरी आबादी तक वैक्सीन पहुंचने में सालों लग जाएगें.