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कोरोना के साथ अमेरिका में आरएस वायरस बढ़ा रहा चिंता

बड़ी संख्या में बच्चे संक्रमित

नई दिल्ली/दि. 3 – अमेरिका में कोरोना वायरस के साथ ही आरएस वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. वायरस दो सप्ताह के बच्चों से 17 साल तक के किशोरों को अपनी चपेट में ले रहा है. अमेरिका के साथ ही कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में भी मामले सामने आए हैं.
कोरोना वायरस से सर्वाधिक प्रभावित देशों में से एक अमेरिका में कोरोना वायरस के मामले एक बार फिर बढ़ रहे हैं. इस बार डेल्टा वायरस को बढ़ते मामलों का कारण माना जा रहा है. हालांकि कोरोना वायरस के खतरे के बीच एक और वायरस ने अमेरिका को चिंतित कर दिया है. फ्लू जैसे लक्षणों वाले इस वायरस को रेस्पिरेटरी सिंशियल वायरस या आरएसवी कहा जा रहा है. यह एक श्वसनतंत्रीय वायरस है और सर्वाधिक बच्चों को अपनी चपेट में ले रहा है.
न्यूयार्क टाइम्स ने अमेरिका के सेंटर फोर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के आंकड़ों के आधार पर बताया है कि जून के बाद से आरएसवी के मामलो में काफी बढ़ोतरी हुई थी. वहीं पिछले महीने और ज्यादा मामले सामने आए हैं. इसके लक्षणों में छींक आना, नाक का बहना और बुखार आना है. साथ ही यह वायरस दो सप्ताह के बच्चों से 17 साल तक के किशोरों को अपनी चपेट में ले रहा है.
टेक्सास के चिल्ड्रंस हॉस्पिटल में बाल रोग विशेषज्ञ डॉ हेथर हाक ने एक के बाद एक ट्वीट कर वायरस के खतरे के प्रति सचेत किया है. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, ‘कुछ महीनों के शून्य या कुछ बाल चिकित्सा कोविड मामलों के बाद हम शिशुओं बच्चों या किशोरों को अस्पताल में वापस आते देख रहे हैं, हर दिन ज्यादा से ज्यादा’ उन्होंने लिखा कि रोगियों की उम्र दो सप्ताह से 17 साल तक है.
उन्होंने एक अन्य ट्वीट में लिखा, ‘हम कोरोना के बढ़ते मामलों का सामना कर रहे हैं. हमारे पास अब आरएसवी के साथ गंभीर रूप से बीमार शिशु/बच्चे आ रहे हैं. मुझे चिंता है कि बढ़ते मामलों को संभालने के लिए हमारे पास बेड और कर्मचारियों की कमी हो जाएगी.’
टेक्सास के स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि इस संक्रमण के मामलों में जून में बढ़ोतरी शुरू हुई थी. जिसके बाद जून में ये अपने चरम पर जा पहुंचे. वहीं फ्लोरिडा में बड़ी संख्या में मामले सामने आ रहे हैं. यहां तक की आरएसवी के मामलों की संख्या में लूसियान में 244 फीसद की वृद्धि देखी गई है. साथ ही अमेरिका के अन्य इलाकों में मामले बढ़ने की रिपोर्ट है.

अमेरिका अकेला देश नहीं है जहां पर आरएसवी के मामलों में वृद्धि देखी जा रही है. अमेरिका के पड़ोसी कनाडा में भी काफी मामले सामने आए हैं. इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में भी आरएसवी संक्रमण के मामलों में काफी उछाल देखा गया है.

 

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