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ट्रेन के खाने में कीडे और मक्खियां

कैटरिंग सेवा के विरोध में यात्रियों की 6948 शिकायतें

नई दिल्ली/दि.19– भारतीय रेलवे की कैटरिंग सेवा के विरोध में यानी ट्रेन में दिए जानेवाले खाने के विरोध में की जानेवाली शिकायतो में मार्च 2022 से फरवरी 2024 की कालावधि में 500 फीसद बढोतरी हुई है, ऐसी जानकारी भारतीय रेलवे कैटरिंग पर्यटन महामंडल ने दी है.
ट्रेन के खाने में मक्खी, कीडे, धूल, चूहे पाए जाने की जानकारी एक रिपोर्ट में सामने आई है. सूचना अधिकार के आवेदन पर दिए गए जवाब में आईआरसीटीसी ने यह जानकारी दी है. इस कालावधि में वंदे भारत, राजधानी, शताब्दी, दुरांतो और मेल एक्सप्रेस जैसी आलिशान ट्रेनों के भोजन बाबत भी लोगों की शिकायतो में बढोतरी हुई है.

* एक साल में भारी बढोतरी
ट्रेन के अनाज बाबत यात्रियों की तरफ से की जानेवाली शिकायतो की संख्या अप्रैल 2023 से फरवरी 2024 की कालावधि में बढकर 6948 हुई. मार्च 2022 के अंत में यह संख्या 1192 थी. अप्रैल 2021 से फरवरी 2024 की अवधि में मिली कुल शिकायतों की संख्या 11,850 थी.

* 68 आस्थापनाओं को कारण बताओ नोटिस
आईआरसीटीसी ने कहा कि, प्राप्त हुई शिकायतो पर कार्रवाई करते समय 68 कारण बताओ नोटिस दी गई है. जनवरी 2021 से मार्च 2024 की कालावधि में तीन कैटरिंग ठेके रद्द किए गए. सूत्रों के मुताबिक आईआरसीटीसी के पास 1518 कैटरिंग करार थे. इसमें से केवल 3 करार रद्द हुए है. 2017 में नियंत्रक व महालेखापाल (कैग) की ऑडीट रिपोर्ट में सनसनीखेज जानकारी सामने आई. ट्रेन के खाने में मक्खी, कीडे, धूल, चूहे और फफुंदी पाई गई.

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