नई दिल्ली/दि.२२– जेईई मेन परीक्षा के संबंध में शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल (Education Minister Dr. Ramesh Pokhriyal) निशंक ने बड़ा ऐलान किया है. शिक्षा मंत्री का कहना है कि ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन (Joint entrance examination) मेन (JEE Main) की परीक्षा अगले साल से देश की और अधिक क्षेत्रीय भाषाओं में आयोजित की जाएगी. इस संबंध में शिक्षा मंत्री ने एक ट्वीट भी किया है.
यह फैसला संयुक्त प्रवेश बोर्ड ने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति, एनईपी 2020 के अनुरूप यह निर्णय लिया है. वहीं अगर फिलहाल की बात करें तो वर्तमान में इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई मेन केवल अंग्रेजी, हिंदी और गुजराती भाषाओं में आयोजित की जाती है. लेकिन अब ज्यादा से ज्यादा क्षेत्रीय भाषाओं में भी आयेाजित की जाएगी. शिक्षा मंत्री ने यह भी कहा कि नई शिक्षा नीति के तहत उठाए गए इस कदम के बाद स्टूडेंट्स को फायदा मिलेगा. उन्होंने कहा कि इस कदम के कारण जो छात्र भाषा की बाधा के कारण पहले स्कोर नहीं कर पाते थे, वे अब ज्यादा बेहतर स्कोर करने में सक्षम होंगे. इसके अलावा यह भी उम्मीद है कि प्रतिभागियों की संख्या में इजाफा होगा। वहीं अगर नीट परीक्षा की बात करें तो यह अभी भी 11 भाषाओं में आयोजित की जाती है. अब ऐसे में जेईई मेन की परीक्षा विभिन्न भाषाओं में आयोजित होने से स्टूडेंट्स को फायदा मिलेगा.