जेफ बेजोस ने अंतरिक्ष यात्रा पर खर्च किए 4,01,94,76,50,000 रुपये
जानें इससे कितने लोगों का हो सकता था वैक्सीनेशन
नई दिल्ली/दि. 23 – दुनिया के सबसे अमीर शख्स जेफ बेजोस (Jeff Bezos) ने हाल ही में अंतरिक्ष की यात्रा (Space Tour) की. 11 मिनट की उनकी अंतरिक्ष (Space) यात्रा पर दुनियाभर की निगाहें टिकी रहीं. बेजोस ने तीन अन्य लोगों के साथ अंतरिक्ष में उड़ान भरी, जिसमें उनके भाई मार्क बेजोस, वैली फंक और 18 वर्षीय ओलिवर डेमेन ने अंतरिक्ष की सैर की. बेजोस ने लंबे समय से अंतरिक्ष में जाने की योजना बनाई थी और 20 जुलाई को उन्होंने अपना सपना पूरा भी किया. अंतरिक्ष यात्रा के बाद बेजोस ने कहा कि ये उनका अब तक का सबसे अच्छा दिन रहा.
जेफ बेजोस की ये अंतरिक्ष यात्रा बेहद की जल्दी खत्म हो गई और बहुत से लोगों के बीच इस बात को लेकर चर्चा होने लगी कि अरबपति ने आखिर इस सैर पर कितना पैसा खर्च किया है. बेजोस की कुल संपत्ति 205 अरब डॉलर की है. वहीं, बेजोस महज चार मिनट तक अंतरिक्ष में रहे, इसके लिए उन्होंने करीब 5.4 अरब डॉलर (लगभग 4,01,94,76,50,000 रुपये) खर्च किए. यानी कि हर मिनट के लिए करीबन 550 मिलियन डॉलर. इससे उनकी संपत्ति पर तो कुछ खासा असर नहीं पड़ेगा, लेकिन इसने एक नई बहस को जरूर जन्म दे दिया है.
दरअसल, लोगों का कहना है कि दुनिया जिस वक्त महामारी से जूझ रही है. ऐसे समय में अरबपतियों को लोगों की मदद के लिए आगे आना चाहिए न कि अंतरिक्ष यात्रा पर पैसा खर्च करना चाहिए. कोरोनावायरस की वजह से दुनियाभर के मुल्क परेशान है. वहीं, लोगों को वैक्सीनेशन के जरिए ही सुरक्षित किया जा सकता है. मगर कई मुल्कों में पैसे की कमी के चलते वैक्सीन खरीदने में परेशानी हो रही है. ऐसे में आइए जाना जाए बेजोस की अंतरिक्ष यात्रा पर खर्च हुए पैसे से कितने लोगों का वैक्सीनेशन किया जा सकता था.
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अंतरिक्ष यात्रा पर खर्च हुए पैसे से कितने लोगों का हो सकता था वैक्सीनेशन?
कोवैक्स (COVAX) के जरिए कम आय वाले मुल्कों के लिए वैक्सीन डोज को खरीदा जा रहा है, ताकि वैक्सीन असमानता को दूर किया जा सके. मानवीय सहायता की वजह से कोवैक्स सिर्फ 1.60 डॉलर (लगभग 119 रुपये) में वैक्सीन डोज खरीद पा रहा है, जबकि मार्केट रेट 7 डॉलर (520 रुपये) है. कोवैक्स की योजना अगले साल तक दो अरब डोज खरीदने की है. इसके लिए 2.6 बिलियन डॉलर की जरूरत है. ऐसे में बेजोस की अंतरिक्ष यात्रा पर खर्च हुए पैसे से कोवैक्स की दो बार फंडिंग की जा सकती थी.
बेजोस के अंतरिक्ष यात्रा पर खर्च किए गए पैसे से अगर कोवैक्स को फंडिंग की गई होती तो करीबन 4 अरब डोज को खरीदा जा सकता था. इसका सीधा मतलब ये है कि दुनिया की दो अरब आबादी को फुली वैक्सीनेट किया जा सकता था. इन वैक्सीनों को गरीब मुल्कों में भेजा गया होता, जहां लोग सबसे ज्यादा कोरोना से जूझ रहे हैं. वैक्सीनेशन के बाद लोगों को कोरोना से बचने में बड़ी मदद मिलती. साथ ही महामारी को काबू में किया जा सकता था.