नई दिल्ली/दि. 16 – अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) जिनेवा में राजनयिक वार्ता शुरू रह रहे हैं. स्विटजरलैंड के राष्ट्रपति ने पहले दोनों का अभिवादन किया, फिर एक बैठक की गई. इस बैठक में बाइडेन और पुतिन के अलावा अमेरिका के विदेश मंत्री एंटोनी ब्लिंकन और रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव भी शामिल थे. इस दौरान पुतिन और बाइडेन की एक तस्वीर भी सामने आई है, जिसमें दोनों एक दूसरे से हाथ मिलाते दिख रहे हैं. अब दोनों नेताओं के बीच उच्च स्तरीय वार्ता होगी, जिसमें अन्य वरिष्ठ सहयोगी भी शामिल होंगे. ऐसा माना जा रहा है कि ये वार्ता कई घंटों तक चलेगी. बाइडेन और पुतिन साइबर हमलों (Cyber Attacks), रूस के अमेरिकी चुनाव में कथित हस्तक्षेप, शस्त्र नियंत्रण और रूस के यूक्रेन (Ukraine) में हस्तक्षेप जैसे मुद्दों पर बात करेंगे. बाइडेन और पुतिन की मुलाकात से इस बात की उम्मीद जताई जा रही है कि अमेरिका और रूस के बिगड़े रिश्तों में स्थिरता आएगी.
-
पहले भी हो चुकी है मुलाकात
बाइडेन एक दशक में पहली बार रूस के राष्ट्रपति से मुलाकात करने जा रहे हैं. पिछली बार वह मार्च 2011 में पुतिन से तब मिले थे जब रूस के नेता प्रधानमंत्री थे और बाइडेन उपराष्ट्रपति थे. तब उन्होंने पुतिन को ‘हत्यारा’ और ‘विरोधी’ करार दिया था (Biden Putin Summit). शिखर सम्मेलन में सामरिक स्थिरता, साइबर सुरक्षा, जलवायु परिवर्तन, कोरोना वायरस महामारी और आर्कटिक जैसे विषय होंगे (Joe Biden Vladimir Putin Meeting in Geneva). पुतिन और बाइडेन यूक्रेन, सीरिया और लीबिया जैसे क्षेत्रीय संकटों पर भी चर्चा कर सकते हैं.
-
ईरान और अफगानिस्तान पर भी होगी बात
साथ ही वे ईरान के परमाणु कार्यक्रम और अफगानिस्तान पर भी विचार-विमर्श करेंगे पुतिन के विदेश मामलों के सलाहकार यूरी यूशाकोव ने कहा कि मॉस्को एवं वॉशिंगटन में तनाव के बीच यह बैठक महत्वपूर्ण है लेकिन उम्मीदें ज्यादा नहीं हैं (Biden Putin Meeting). यूशाकोव ने इस हफ्ते संवाददाताओं से कहा, ‘द्विपक्षीय संबंध जब बहुत बुरे दौर में हैं तब इस तरह की पहली बैठक हो रही है. दोनों पक्ष महसूस करते हैं कि लंबित मुद्दों पर बातचीत शुरू करने की जरूरत है.’