कीमत 265 रुपए प्रति खुराक तय
नई दिल्ली/दि.८-देश में विकसित जाइडस कैडिला (Zydus Cadila) की कोरोना वैक्सीन जाइकोव-डी दुनिया का पहला ऐसा टीका है जो डीएनए-आधारित एवं सुई-मुक्त है. इसको 20 अगस्त को दवा नियामक से आपातकालीन इस्तेमाल के लिए मंजूरी मिल गई थी. इस बीच केंद्र सरकार ने जाइकोव-डी वैक्सीन के एक करोड़ डोज खरीदने के लिए ऑर्डर दिया है और हर डोज की कीमत 265 रुपए होगी. सरकार के साथ समझौते के बाद जाइडस कैडिला अपने कोविड-19 टीके की कीमत घटाकर 265 रुपए प्रति खुराक करने पर सहमत हो गई है. सुई मुक्त जाइकोव-डी टीके की प्रत्येक खुराक देने के लिए 93 रुपए की लागत वाले एक डिस्पोजेबल दर्द रहित जेट एप्लीकेटर की आवश्यकता होगी, जिससे इसकी कीमत 358 रुपए प्रति खुराक होगी. यह वैक्सीन 12 से अधिक उम्र के बच्चों को लगेगी. बताया जा रहा था कि अहमदाबाद स्थित इस दवा कंपनी ने पहले अपनी तीन खुराक वाली दवा के लिए 1900 रुपए की कीमत का प्रस्ताव दिया था. तीन खुराकों को 28 दिनों के अंतराल पर दिया जाना है. सरकार अब भी टीकाकरण पर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह (एनटीएजीआई) की सिफारिशों का इंतजार कर रही है, ताकि अन्य बीमारियों से ग्रसित वयस्कों और बच्चों के लिए टीकाकरण अभियान में जाइकोव-डी की शुरुआत की जा सके. एनटीएजीआई इस टीके को कोविड-19 निरोधक अभियान में शामिल करने के लिए प्रोटोकॉल और रूपरेखा प्रदान करेगा. आधिकारिक सूत्रों ने पहले कहा था कि जोइकोव-डी की कीमत कोवैक्सीन और कोविशील्ड से अलग होगी क्योंकि तीन-खुराकों वाला टीका होने के अलावा, इसके लिए एक विशेष फार्मा जेट इंजेक्टर की आवश्यकता होती है जिसका इस्तेमाल टीकाकरण के लिए किया जाता है. उस फार्मा जेट इंजेक्टर का उपयोग लगभग 20,000 खुराक देने के लिए किया जा सकता है. कैडिला नवंबर में करीब दो करोड़ खुराक मुहैया करा सकती है. सरकार वर्तमान में राष्ट्रीय कोविड-19 टीकाकरण कार्यक्रम के लिए दो अन्य टीके कोविशील्ड को 205 रुपए प्रति खुराक और कोवैक्सिन 215 रुपए प्रति खुराक की दर पर खरीद रही है. कोविशील्ड और कोवैक्सीन व स्पूतनिक वी केवल 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को दिया जा रहा है और ये सब दो-खुराक वाले टीके हैं.