अमेरिका की लुईस ग्लुक को मिला साहित्य का नोबेल
बेमिसाल काव्यात्मक आवाज के लिए दिया गया सम्मान
नई दिल्ली/दि.८ – साल 2020 का साहित्य का नोबेल पुरस्कार अमेरिकी कवयित्री लुईस ग्लूक को दिया गया है. स्वीडिस एकेडमी ने पुरस्कार की घोषणा करते हुए कहा कि लुईस को उनकी बेमिसाल काव्यात्मक आवाज के लिए यह सम्मान दिया है, जो खूबसूरती के साथ व्यक्तिगत अस्तित्व को सार्वभौमिक बनाता है.
बता दें कि तीन वैज्ञानिकों को साल 2020 का फिजिक्स का नोबेल पुरस्कार दिया गया है. ये पुरस्कार उन्हें ब्लैक होल को समझने के लिए किए गए उनके गहन अध्ययन पर दिया गया है. इस पुरस्कार राशि का आधा वैज्ञानिक रोजर पेनरोस और शेष आधे को संयुक्त रूप से रेनहार्ड जेनजेल और एंड्रिया गेज को दिया जाएगा.
कवियत्री लुईस येल यूनिवर्सिटी में अंग्रेजी की प्रोफेसर हैं. उनका जन्म 1943 में न्यूयॉर्क में हुआ था. बता दें कि साल 2019 में साहित्य का नोबेल पुरस्कार आस्ट्रियाई मूल के लेखक पीटर हैंडका को दिया गया था. उन्हें यह पुरस्कार इनोवेटिव लेखन और भाषा में नवीनतम प्रयोगों के लिए दिया गया था. वहीं 2018 का साहित्य का नोबेल 57 साल की पोलिश लेखक टोकार्चुक को जीवन की परिधियों से परे एक कथात्मक परिकल्पना करने के लिए दिया गया था.
नोबेल पुरस्कार के आधिकारिक ट्विटर हैंडल ने ट्वीट किया है कि रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज ने भौतिकी में 2020 का नोबेल पुरस्कार रोजर पेनरोस को और दूसरे को संयुक्त रूप से रेनहार्ड जेनजेल और एंड्रिया गेज को देने का फैसला किया है. नोबेल पुरस्कार पाने वाली महिला वैज्ञानिक एंड्रिया गेज साल 1965 में अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में पैदा हुई थीं. वहीं लॉरिएट रेनहार्ड जेनजेल का जन्म 1952 में जर्मनी के बैड होम्बर्ग वोर डेर होहे में हुआ था. वो मैक्स प्लैंक इंस्टीट्यूट फॉर एक्सट्राट्रेस्ट्रियल फिजिक्स, गार्चिंग, जर्मनी और यूकबर्केले यूएसए में प्रोफेसर हैं. रोजर पेनरोस की बात करें तो उनका जन्म साल 1931 में कोलचेस्टर लंदन में हुआ था. वर्तमान में वो ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर हैं. रोजर पेनरोस, रेनहर्ड जेंजेल, एंड्रिया गेज के नाम की घोषणा स्टॉकहोम में की गई.