हिं.स./ दि.२९ नई दिल्ली – इस बार यह वर्ष शिक्षा क्षेत्र के लिए लॉकडाउन साबित होगा. देश के इंजिनिअरिंग समेत १७९ व्यवसायिक कॉलेज व बिजनेस स्कूल वर्ष २०२०-२१ शैक्षणिक सत्र के लिए बंद हुए हैं. पिछले ९ वर्ष में पहली बार व्यवसायिक अभ्यास क्रम के कॉलेजों को बडा झटका लगा है. कई जगह रिक्त होने के कारण कॉलेजों ने अपने महाविद्यालय को ताले ठोकने का निर्णय लिया है. आखिर भारतीय तंत्रशिक्षा परिषद के आंकडों के अनुसार बंद पडे १७९ शिक्षा संस्था के साथ ही १३४ संस्थाओं ने इस शैक्षणिक वर्ष के लिए अभ्यासक्रम शुरु रखने की अनुमति नहीं मांगी, याने यह कॉलेज भी नए वर्ष के लिए विद्यार्थियों को प्रवेश नहीं देंगे, ऐसा स्पष्ट हुआ है. पिछले पांच वर्षों से जगह रिक्त रहने के कारण शिक्षा संस्थाओं ने यह निर्णय लिया. कार्रवाई के कारण ४४ शिक्षा संस्थाओं को नए वर्ष के लिए तंत्रशिक्षा परिषद की मान्यता मिली नहीं या उन्होंने मान्यता ली नहीं. वर्ष २०२०-२१ इस शैक्षणिक वर्ष में तंत्रशिषा परिषद ने फार्मसी व आर्किटे्नचर संस्था की १ लाख ९ हजार जगह कम की है. सर्वोच्च न्यायालय के निर्णयानुसार नए आर्किटे्नचर व फार्मसी कॉलेज स्थापित करने या फिलहाल कॉलेज का व्यवस्थापन चलाने के लिए अनुक्रम से काउंसिल ऑफ आर्किटे्नचर व फार्मसी काउंसिल ऑफ इंडिया इन संस्थाओं की अनुमति जरुरी है.