नई दिल्ली/दि.८ – दिल्ली में कोरोना संकट जरूर बड़ा है, लेकिन इस मुश्किल समय में कई ऐसी पहल देखी गई हैं जिस वजह से बड़े स्तर पर लोगों की मदद भी हो रही है और कोरोना की ये जंग आसान भी बन रही है. अब ऐसी एक अनोखी पहल नॉर्थ दिल्ली नगर निगम ने शुरू की है जहां पर बसों में भी लोगों को ऑक्सीजन सेवा दी जा रही है. नॉर्थ दिल्ली नगर निगम द्वारा लग्जरी बस को मिनी अस्पताल की तरह इस्तेमाल करने की तैयारी है. इस 25 सीटर बस में एक सीट पर ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर, मोबलाइजर और मास्क होगा तो बगल वाली सीट पर मरीज भी बैठ सकेगा. जब तक अस्पताल में बेड खाली ना हो जाए या फिर जब तक किसी मरीज की बारी नहीं आ जाती, उतने समय के लिए इस बस का इस्तेमाल किया जा सकेगा. कोरोना काल में इसे कोविड मरीजों को लिए बड़ी राहत बताई जा रही है.
इस नई पहल के बारे में महापौर जय प्रकाश ने बताया कि अभी ये बस निगम के बालक राम अस्पताल में तैनात होगी जहां से लोग मोबाइल वायु सेवा ले सकते हैं. कोई भी कोरोना मरीज बेड न मिलने की स्थिति में बस में बैठकर अपनी बारी का इंतजार कर सकता है.
पूर्व महापौर रविंदर गुप्ता ने भी जानकारी दी है कि अरन्या फाउंडेशन, बाबू पैनिकर्स और नॉर्थ दिल्ली नगर निगम के सहयोग से लग्जरी बसों में ऑक्सीजन शुरू की गई है. अगर ये पहल सफल रहती है तो इसे भविष्य में बड़े स्तर पर भी लागू किया जा सकता है.
वैसे पिछले कुछ दिनों से नॉर्थ दिल्ली नगर निगम की तरफ इस मुश्किल समय में सक्रिय भूमिका निभाई जा रही है. कम समय में अस्पताल भी बन रहे हैं और जरूरत पड़ने पर मरीजों को ऑक्सीजन से लेकर जरूरी दवाइयां भी उपलब्ध करवाई जा रही हैं.
बताया गया है कि निगम ने 25 दिनों के अंदर तीसरा अस्पताल कोरोना मरीज़ों के उपचार के लिए शुरू कर दिया है. उत्तरी दिल्ली नगर निगम के बालक राम अस्पताल में सभी बेड के साथ ऑक्सिजन की सुविधा उपलब्ध है. वहीं हिंदू राव अस्पताल, आरबीआईपीएमटी अस्पताल और बालक राम अस्पताल में कुल 500 बेड कोरोना मरीजों के उपचार के लिए उपलब्ध हैं.
दिल्ली में धीमा हुआ कोरोना मीटर
इसके अलावा समय-समय पर सैनिटाइजेशन का कार्य करवाना हो या फिर श्मशान घाट में प्लेटफॉर्म की संख्या बढ़ानी हो, इन सभी पहलुओं पर तेजी से काम होता दिख रहा है. अब इन फैसलों से दिल्ली की जनता को कब तक और कितने बड़े स्तर पर राहत मिलती है, ये देखने और समझने के लिए सभी को थोड़ा इंतजार करना होगा. अभी के लिए दिल्ली का कोरोना मीटर थोड़ा सुस्त जरूर पड़ा है. पिछले कुछ दिनों से सक्रंमित मरीज भी कम आ रहे हैं और संक्रमण दर भी कम होता दिख रहा है.