ग्रामीण क्षेत्र में रोजगार देने में महाराष्ट्र देश में अव्वल
मनरेगा योजना अंतर्गत पांच सालों में सर्वाधिक काम

नई दिल्ली/दि. 7– महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना अंतर्गत (मनरेगा) महाराष्ट्र ने 5 सालों में सर्वाधिक कामों का पंजीयन किया है. इस योजना अंतर्गत 2.55 पट 629. 58 लाख दिन से अधिक 1, 611.20 लाख दिन प्रति मजदूर काम दिया गया है. रोजगार गारंटी योजना की वृध्दि से ग्रामीण रोजगार निर्मिति में महाराष्ट्र देश में सबसे आगे है.
मनरेगा अंतर्गत राज्य निहाय कामों में वृध्दि
राज्य 2019-20 2024-25 वृध्दि प्रतिशत में
महाराष्ट्र 629.58 1,611.20 255.92
उत्तर प्रदेश 2,443.28 3,337.91 136.62
गुजरात 353.69 428.12 121.04
पंजाब 235.25 309.1 131.39
हरियाणा 91.19 115.87 12.06
संपूर्ण देश 25,056.34 30,068.42 120.00
इस प्रकार है निधि का वितरण (साल 2024-25)
महाराष्ट्र 3,190.28
उत्तरप्रदेश 6,585.39
गुजरात 1,104.23
पंजाब 947.09
हरियाणा 39.80
अधिकांश परिवार मनरेगा पर निर्भर है
मर्यादित पर्यायी अवसर की वजह से राज्य के अधिकांश परिवार बडे प्रमाण में मनरेगा पर निर्भर है. साल 2024-25 में 3, 337.91 लाख मानव दिवस सहित उत्तर प्रदेश अव्वल था. राज्य में 2019-20 से 36 प्रतिशत वृध्दि पंजीयन की गई है.
मनुष्य दिवस क्या है ?
मनरेगा में मनुष्य दिवस यानी एक व्यक्ति को एक दिन में दिए गये कामों का पंजीयन रहता है. गारंटी के अनुसार काम करनेवाले व्यक्ति के कामों के दिन गिने जाते है. एक व्यक्ति द्बारा किगए काम को एक मनुष्य दिवस माना जाता है.