नई दिल्ली/दि.२१ – पश्चिम बंगाल में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले के बीच ममता बनर्जी की सरकार ने बैंककर्मियों को कोरोना वॉरियर्स का दर्जा देने का निर्णय किया है. अब टीकाकरण में बैंककर्मियों को प्राथमिकता दी जाएगी. बता दें कि केंद्र सरकार के तर्ज पर राज्य सरकार ने डॉक्टर्स, स्वास्थ्यकर्मी सहित मीडियाकर्मियों को भी कोरोना वॉरियर्स का दर्जा दिया है और उनके वैक्सीनेशन को प्राथमिकता दी जा रही है.
बता दें कि कोरोना महामारी के बाद कई सेक्टरों में ‘वर्क फ्रॉम होम’ मोड में काम हो रहा है, लेकिन बैंकों के मामले में ऐसा कभी नहीं हो पाया है. महामारी की शुरुआत से ही उन्हें हर दिन ऑफिस जाकर काम करना पड़ रहा है और बैंक में रोजाना सैंकड़ों लोग आते हैं. ऐसे में कर्मचारियों के संक्रमित होने का खतरा काफी ज्यादा रहता है.
बैंककर्मियों के संगठन AIBOC/AINBOF लंबे समय से इस सेक्टर में काम करने वालों को कोरोना वॉरियर्स का दर्जा देने की मांग कर रहा था. अंत में आज मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उनके अनुरोध को स्वीकार करते हुए निर्देश दिया है कि प्रदेश में बैंक कर्मियों के टीकाकरण को प्राथमिकता दी जाएगी. राज्य सरकार ने शुक्रवार को यह अहम फैसला लिया. राज्य के इस फैसले से बैंककर्मी खुश हैं. AIBOC के सचिव संजय दास ने एक बयान जारी कर मुख्यमंत्री के फैसले का स्वागत किया है.
बता दें कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कल पीएम नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा था. पत्र में बैंकों सहित कई क्षेत्रों के कार्यकर्ताओं को टीका देने में प्राथमिकता देने का अनुरोध किया था और 20 लाख टीके की मांग की थी. पत्र में उन्होंने राज्य में कार्यरत केंद्र सरकार के कर्मचारियों की ओर ध्यान आकर्षित किया था. उन्होंने लिखा था, रेलवे, हवाई अड्डों, बंदरगाहों, रक्षा, बीमा, बैंकों सहित केंद्र सरकार के सभी क्षेत्रों के कर्मचारी जोखिम में काम कर रहे हैं. टीकाकरण में इन्हें प्राथमिकता दी जाए उन्होंने आगे कहा था, ये सभी कर्मचारी देश की आपातकालीन सेवाओं का रखरखाव करते हैं. उन्हें काम के लिए लोगों के साथ घुलने-मिलने को मजबूर होना पड़ता है. इसलिए उनके कोरोना से संक्रमित होने की संभावना अधिक है. इसलिए, केंद्र सरकार के कर्मचारियों को उम्र की परवाह किए बिना तुरंत टीका लगाया जाना चाहिए.
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सुबह 10 बजे से 2 बजे तक बैंक रहता है खुला
गौरतलब है कि पूरे राज्य में लॉकडाउन जारी रहने के बावजूद बैंक कर्मचारियों को छुट्टी नहीं मिली है. पिछले साल उन्होंने कोरोना की स्थिति में अपना काम जारी रखा था. कई लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं. कई बैंक अधिकारियों और कर्मचारियों की मौत हो चुकी है. इसलिए इस बार कार्यकर्ताओं ने कोरोना फाइटर होने का दावा करते हुए टीकाकरण में प्राथमिकता के लिए आवेदन किया था. ममता बनर्जी ने उस अनुरोध को स्वीकार कर लिया है. हालांकि इस बार कर्मचारियों को ध्यान में रखते हुए पहले ही बैंक का समय सुबह 10 बजे से घटाकर दोपहर 2 बजे कर दिया गया है.