कई राज्य सरकारें कोविड के आंकड़े छिपाने को कर रहीं मजबूर
निजी कंपनी थाईरोकेयर के सीईओ वेलुमनी का आरोप
नई दिल्ली/दि.२९- कोविड-19 का टेस्ट करने वाली निजी कंपनी Thyrocare के CEO वेलुमनी ने बहुत गंभीर आरोप लगाये हैं. उनका कहना है कि कई राज्य सरकारें कोरोना के आंकड़ों में हेरफेर करने को मजबूर कर रही हैं और पर्याप्त टेस्ट करने से रोका जा रहा है.
Thyrocare Technologies के सीईओ ने कहा कि कई राज्यों ने ‘Thyrocare’ से यह कहा है कि वे कोविड-19 का सैंपल न लें, जबकि कई राज्यों ने आंकड़े आईसीएमआर को न देने, आंकड़ों में हेरफेर करने और सरकार जो आंकड़े बताये उसे रिपोर्ट करने को कहा है.
गौरतलब है कि केंद्र सरकार लगातार यह उपलब्धि बताती रही है कि कोरोना के मामलों में तेजी से गिरावट आ रही है. यह बताया गया कि हर दिन नए केस आने में करीब 40 फीसदी की गिरावट आई है.
आर्थिक अखबार फाइनेंशियल टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार,Thyrocare Technologies के सीईओ वेलुमनी ने कहा कि कई राज्य सरकारों ने संक्रमण कम दिखाने के लिए कोविड-19 की टेस्टिंग पर नियंत्रण लगा रखा है.
उन्होंने कहा, कई राज्यों में थायरोकेयर से यह कहा गया है कि वह कोविड के सैंपल न ले. कुछ राज्यों ने आईसीएमआर को रिपोर्ट करने से मना किया है तो कुछ आंकड़ों को पलट देने को कहते हैं. राज्य कहते हैं कि हम आपको आंकड़े बताएंगे आपको वैसी ही रिपोर्ट देनी है.
उन्होंने कहा कि थायरोकेयर के द्वारा दो महीने पहले हर दिन 7,000 टेस्ट किया जा रहा था, लेकिन अब यह संख्या घटकर 2,500 पर आ गई है.
गौरतलब है कि भारत में कोरोना संक्रमण के टेस्ट की संख्या पिछले एक महीने में करीब 9.4 फीसदी बढ़ी है. लेकिन इस दौरान गुजरात में 15.2 फीसदी, महाराष्ट्र में 35.3 फीसदी, पंजाब में 15.3 फीसदी और बिहार में 17.2 फीसदी की कमी आई है. इस दौरान कर्नाटक में टेस्ट में 59.5 फीसदी, केरल में 10.7 फीसदी और मध्य प्रदेश में 31.8 फीसदी की बढ़त हुई है.