नई दिल्ली/दि.4 – मराठी भाषा को अभिजात भाषा का दर्जा देने का प्रस्ताव सरकार के समक्ष विचाराधीन है तथा इसे लेेकर जल्द ही निर्णय लिया जायेगा. इस आशय की जानकारी केंद्रीय सांस्कृतिक मंत्री जी. किशनरेड्डी द्वारा गत रोज राज्यसभा में दी गई. शिवसेना सांसद संजय राउत ने इस संदर्भ में प्रश्न उपस्थित किया था. जिस पर जवाब देते हुए केंद्र सरकार की ओर से उपरोक्त जानकारी दी गई.
सांसद संजय राउत ने कहा कि, विगत अनेक वर्षों से मराठी को अभिजात भाषा का दर्जा देने का मसला केंद्र सरकार के समक्ष प्रलंबीत है. केंद्र सरकार द्वारा विगत 1 अगस्त को मराठी भाषा को अभिजात दर्जा देने की सिफारिश की गई थी. किंतु अब तक इस पर कोई अगला कदम नहीं उठाया गया है, ऐसा सांसद संजय राउत का कहना रहा. जिस पर जवाब देते हुए केंद्रीय सांस्कृतिक मंत्री जी. किशन रेड्डी ने बताया कि, यह प्रस्ताव सरकार के समक्ष विचाराधीन है और जल्द ही इसे लेकर आवश्यक निर्णय लिया जायेगा.
14 किले होंगे वैश्विक विरासत की सूची में शामिल
युनेस्को द्वारा बनाई जानेवाली वैश्विक ऐतिहासिक विरासतवाले स्थानों की संभावित सूची में राज्य के 14 किलों को शामिल करने का प्रस्ताव केंद्र सरकार द्वारा युनेस्को के पास भेजा गया है. जिसमें रायगड, राजगड, शिवनेरी, तोरणा, लोहगड, साल्हेर, मूल्हेर, रंगना, अंकाई-टंकाई, कासा, सिंधुदुर्ग, अलीबाग, सुवर्णदुर्ग व खंदेरी इन किलों का समावेश है. ऐसी जानकारी भी केंद्र सरकार द्वारा दी गई है.
व्याघ्र संरक्षण हेतु 30 करोड रूपये
महाराष्ट्र में बाघों के संरक्षण हेतु केेंद्र सरकार ने 30 करोड 98 लाख रूपये मंजूर किये है. इसके साथ ही राज्य में हाथियों के संरक्षण हेतु 17 लाख रूपये की निधी भी उपलब्ध करायी है. किंतु यह विगत दो वर्ष की तुलना में कुछ कम रहने की बात भी केंद्र सरकार द्वारा मान्य की गई.