देश में COVID-19 Vaccination की उम्र सीमा घटाने से स्वास्थ्य मंत्रालय ने किया इनकार
नई दिल्ली/दि. ६ – देश में बढ़ते कोरोना मामलों और टीकाकरण को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय ने दो टूक कहा है कि सभी लोगों का वैक्सीनेशन नहीं किया जाएगा. राज्य सरकारें लगातार वैक्सीनेशन का दायरा बढ़ाने और ज्यादा से ज्यादा लोगों को टीका देने की मांग कर रही हैं. इसके जवाब में केंद्र सरकार ने साफ किया कि वैक्सीनेशन उनके लिए नहीं है जो टीका लगवाना चाहते हैं बल्कि इसका मकसद लोगों की जान बचाना है और पहले ऐसे लोगों को टीका दिए जाएगा जिन्हें इसकी सबसे ज्यादा जरूरत है.
आईएमए ने मंगलवार को ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक चिट्ठी लिखी है जिसमें वैक्सीनेशन की उम्र 18 करने की मांग की गई है. फिलहाल देश में 45 की उम्र पार कर चुके लोगों को टीका दिया जा रहा है. ऐसे में जब स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों से पूछा गया कि क्या सरकार वैक्सीनेशन की उम्र सीमा को बदलने जा रही है? इसके जवाब में अधिकारियों ने साफ कहा कि किसी के चाहने भर से टीका नहीं दिया जा सकता बल्कि टीकाकरण का मकसद लोगों की जान बचाना है और जिसे जरूरत है उसे ही वैक्सीन दी सकती है.
स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा, पूरी दुनिया में इस विषय पर गहरा मंथन और चर्चा हो चुकी है. तो जब भी टीकाकरण होता है तो उसका पहला मसकद लोगों को मौत बचाना होता है. दूसरा उद्देश्य हेल्थकेयर सिस्टम को दुरुस्त करना होता है.
स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि भारत,अमेरिका, ब्रिटेन सभी देशों में इन्हीं दो मसकद के साथ टीकाकरण अभियान चल रहा है. ब्रिटेन में आज भी हर उम्र के लिए लोगों को वैक्सीन लगाने की इजाजत नहीं दी गई है. वहीं अमेरिका में भी उम्र और जरूरत के हिसाब से टीका दिया गया है. फ्रांस में भी कहा गया कि 50 साल से ऊपर के लोग जो हाई रिस्क में है उन्हें टीका दिया जाएगा.