नई दिल्ली/दि. 6 – केंद्र की एनडीए सरकार बुधवार को मंत्रिमंडल का विस्तार करने जा रही है. पीएम मोदी की कैबिनेट में कई नए चेहरों को शामिल किए जाने की संभावना है. सूत्रों के मुताबिक, कैबिनेट में करीब 25 नए मंत्री बन सकते हैं. बुधवार शाम 6 बजे होने वाली मंत्रिमंडल विस्तार से पहले आज असम के पूर्व मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल, बीजेपी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया और नारायण राणे दिल्ली पहुंचे. दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के बीच लगातार हुई बैठकों के बाद, पिछले कई दिनों से मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर अटकलें लगाई जा रही थीं.
इससे पहले समाचार एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से बताया था कि यूनियन कैबिनेट में बिहार से चार नेताओं को शामिल किया जा सकता है. बिहार से जिन चार नेताओं को कैबिनेट में जगह मिलने की संभावना है- उनमें जनता दल (यूनाइटेड) से दो, लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) के पशुपति पारस के गुट से एक और बीजेपी के एक नेता शामिल हो सकते हैं.
यूपीए सरकार में मंत्री रह चुके सिंधिया ने दिल्ली के लिए रवाना होने से पहले इंदौर में मीडिया से बातचीत में कहा, “मेरा उज्जैन का दौरा समाप्त हो गया है और अब मैं दिल्ली जा रहा हूं. मैं अगले हफ्ते लौटूंगा.” उन्होंने हालांकि केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल होने की अटकलों पर औपचारिक रूप से चुप्पी बरकरार रखी और कहा कि उन्हें इस बारे में कोई भी जानकारी नहीं है.
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दूसरे कार्यकाल में पहली बार होने जा रहा विस्तार
बीजेपी नेता नारायण राणे ने दिल्ली पहुंचने के बाद मीडिया से कहा, “मैं सांसद हूं, इसलिए यहां आया हूं. हम यहां संसद सत्र को लेकर आए है. अगर कुछ महत्वपूर्ण होता है तो हम आपको बताएंगे. क्या हम आपसे कुछ भी छिपा सकते हैं?” मंत्रिमंडल में जगह मिलने को लेकर पूछ गए सवाल पर उन्होंने कहा, “पहले इसकी पुष्टि हो जाने दीजिए. अभी तक मुझे जानकारी नहीं मिली है.”
साल 2019 में लगातार दूसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के बाद पीएम मोदी ने अपने मंत्रिमंडल में कोई विस्तार नहीं किया है. समाचार एजेंसी एएनआई ने इससे पहले बीजेपी के सूत्रों ने बताया था कि पार्टी के कुछ बड़े नेताओं और एनडीए गठबंधन के सदस्यों को मोदी कैबिनेट में जगह मिल सकती है. सर्बानंद सोनोवाल पिछले महीने बीजेपी के शीर्ष नेताओं से मुलाकात करने दिल्ली भी पहुंचे थे.
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कई मंत्रियों के विभाग में बदलाव की संभावना
शिवसेना और शिरोमणि अकाली दल (SAD) के एनडीए से बाहर होने और लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) नेता रामविलास पासवान के निधन के बाद मंत्रिमंडल में कई पद खाली हैं. इसके अलावा कई मंत्रियों के विभागों में भी बदलाव की संभावना है. और साथ ही नए मंत्रियों को शामिल कर अतिरिक्त प्रभार के बोझ को कम करने की कोशिश की जा सकती है.
जेडीयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष आरसीपी सिंह भी दिल्ली पहुंचे हैं. उन्होंने पिछले महीने कहा था कि मंत्रिमंडल विस्तार जब भी होगा, पार्टी को उसमें जगह जरूर मिलेगी और इसमें कोई संदेह नहीं है. वहीं उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को देखते हुए ‘अपना दल’ को भी कैबिनेट में जगह दी जा सकती है. हाल ही में अपना दल की अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल भी अमित शाह के आवास पर उनसे मुलाकात की थी. पटेल प्रधानमंत्री मोदी के पहले कार्यकाल में केंद्र सरकार में मंत्री थीं, लेकिन दूसरे कार्यकाल में अपना दल की नेता को मंत्रिमंडल में जगह नहीं दी गई थी.