बंदर से संक्रमित डॉक्टर ने गंवाई जान, संपर्क में आए लोग ‘नेगेटिव’
मंकी बी वायरस के पहले मानव मामले में बुरी खबर
नई दिल्ली/ दि.17 – दुनिया कोरोना वायरस से बुरी तरह प्रभावित है जिसकी शुरुआत चीन से हुई थी. चीन से सामने आए एक और वायरस ने दुनिया की चिंता को बढ़ा दिया है. बीजिंग के एक पशु चिकित्सक में मंकी बी वायरस के रूप में चीन के पहले मानव संक्रमण मामले की पुष्टि की गई थी. अब वायरस से उसकी मौत हो गई है लेकिन मरीज के करीबी फिलहाल इस वायरस से सुरक्षित हैं.
53 साल के पशु चिकित्सक नॉन-ह्यूमन प्राइमेट्स पर रिसर्च करने वाली एक संस्था के लिए काम करते थे. मार्च की शुरुआत में दो मरे हुए बंदरों को काटने के एक महीने बाद पशु चिकित्सक में मतली और उल्टी के शुरुआती लक्षण नजर आए थे. चाइनीज सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के साप्ताहिक अंग्रेजी प्लेटफॉर्म चाइना सीडीसी ने शनिवार को इसका खुलासा किया.
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करीबियों की जांच रिपोर्ट आई नेगेटिव
पत्रिका में कहा गया कि पशु चिकित्सक ने कई अस्पतालों में इलाज कराया और अंततः 27 मई को उसकी मौत हो गई. चीन में इससे पहले बीवी संक्रमण के घातक या चिकित्सकीय रूप से स्पष्ट मामले सामने नहीं आए थे. लिहाजा पशु चिकित्सक का मामला चीन में पाया गया बीवी के साथ पहला मानव संक्रमण का मामला है.
रिसर्चर्स ने अप्रैल में पशु चिकित्सक के Cerebrospinal Fluid को इकट्ठा किया और उसकी पहचान बीवी पॉजिटिव के रूप में की. हालांकि चिकित्सक के करीबियों के सैंपल वायरस की जांच में नेगेटिव पाए गए. सबसे पहले यह वायरस 1932 में सामने आया था. रिपोर्ट्स के मुताबिक यह वायरस सीधे संपर्क या शारीरिक स्राव के अदान-प्रदान के माध्यम से फैलता है. इस वायरस की मृत्यु दर 70 से 80 फीसदी है.
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बिना वैक्सीन लगवाए चीन के स्कूलों में एंट्री बैन
चीन में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच अधिकारियों ने लोगों से कहा है कि वह अपने बच्चों को बिना वैक्सीन लगवाए स्कूल नहीं भेज सकते. चीन की स्थानीय सरकारों ने निवासियों से कहा है कि वह सितंबर में अपने बच्चों को तभी स्कूल भेज सकेंगे, जब पूरे परिवार को कोरोना की वैक्सीन लगी होगी. इसके अलावा चीन के कई शहरों में भी आदेश जारी हुआ है कि लोग बिना वैक्सीनेट हुए सार्वजनिक स्थानों जैसे अस्पतालों और सुपरमार्केट में नहीं आ सकते.