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इस साल लंबे समय तक रह सकता है देश में मानसून

बारिश में कमी आने के संकेत नहीं

नई दिल्ली/दि.१६- देश में इस वर्ष मानसून लंबे समय तक जारी रह सकता हैं, क्योंकि सितंबर के अंत तक उत्तर भारत में बारिश में कमी आने के संकेत नहीं दिख रहे हैं. मानसून के विलंब से वापस जाने का मतलब होता है कि ठंड भी देर से पड़ती है. आधिकारिक रूप से दक्षिण-पश्चिम मानसून एक जून से शुरू होता है और 30 सितंबर तक रहता है. मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम मानसून उत्तर-पश्चिम भारत से तभी वापस होता है जब लगातार पांच दिनों तक इलाके में बारिश नहीं होती है. विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा, “अगले 10 दिनों तक उत्तर भारत से मानसून की वापसी के संकेत नहीं दिख रहे हैं. दक्षिण-पश्चिम मानसून पहले राजस्थान से वापस होना शुरू होता है. संशोधित तिथि के अनुसार, यह 17 सितंबर से जैसलमेर से वापस होना शुरू होता है. दक्षिण-पश्चिम मानसून ने 2017, 2018, 2019 और 2020 में विलंब से वापसी शुरू की. विभाग ने पिछले वर्ष उत्तर-पश्चिम भारत से मानसून की वापसी की तारीख संशोधित की थी. पिछले कुछ वर्षों से मानसून की वापसी में विलंब होने के रुख को देखते हुए ऐसा किया गया था.

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