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कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों मे मस्तिष्काघात की अधिक संभावना

एम्स के चिकित्सक

नई दिल्ली/दि.२९-कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों में मस्तिष्काघात का अधिक खतरा होने की संभावना है और उनके उबरने की गुंजाइश उन मरीजों से करीब आधी है जो कोविड-19 से ग्रसित नहीं हैं. एम्स के चिकित्सकों ने शुक्रवार को यह कहा. अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के तंत्रिका विज्ञान विभाग के प्रोफेसर, डॉ रोहित भाटिया ने कहा कि कोविड-19 से संबद्ध मस्तिष्काघात वाले मरीजों की मृत्यु दर अधिक है. उल्लेखनीय है कि वर्ल्ड स्ट्रोक डे, 29 अक्टूबर को मनाया जाता है. एम्स ने महामारी के पहले और उसके दौरान मस्तिष्काघात के परिणामों पर कई अध्ययन किये. प्रो. भाटिया ने कहा, ”हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि कोविड मस्तिष्काघात आने से संबद्ध है या नहीं. ” एम्स ने महामारी से पहले और महामारी के दौरान मस्तिष्काघात उपचार उपाय में बदलावों पर 2,500 मरीजों पर 17 अस्पतालों के साथ अध्ययन किया. अध्ययन के नतीजों में पाया गया कि उपचार में कुछ देर हुई और मृत्यु दर में मामूली वृद्धि हुई.एम्स में तंत्रिका विज्ञान केंद्र के प्रमुख डॉ एम वी पी श्रीवास्तव ने कहा, ”कोविड-19 शरीर के कई अंदरूनी अंगों को प्रभावित करता है जिनमें मस्तिष्क भी शामिल है. हालांकि, इस बारे में कोई ठोस साक्ष्य नहीं है कि कोविड सीधे तौर पर मस्तिष्काघात कर सकता है, जबकि यह रक्त के थक्के जमने के खतरे को बढ़ा देता है.

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