देश में कोरोना से ठीक हुए 2 करोड़ 30 लाख से ज्यादा मरीज
10 राज्यों में 78 फीसदी नए मामले- केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय
नई दिल्ली/दि. 22 – कोरोना महामारी को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने शनिवार को बताया कि पिछले 20 दिनों से देश में सक्रिय मामलों में कमी देखी जा रही है. 3 मई को देश में 17.13 फीसदी सक्रिय मामले थे, अब ये 11.12 फीसदी हो गया है. रिकवरी रेट भी 87.76 फीसदी हो चुकी है. देश में 2 करोड़ 30 लाख से ज्यादा लोग रिकवर हो चुके हैं. साथ ही कहा कि जहां 13-19 फरवरी हफ्ते में देश में 6.96 टेस्ट प्रतिदिन हो रहे थे, अब 19.46 टेस्ट प्रतिदिन हो रहे हैं. पॉजिटिविटी रेट में पिछले 2 हफ्ते से लगातार सुधार हो रहा है. पिछले 24 घंटे में देश में 20,66,285 टेस्ट किए गए. पिछले 24 घंटों में देश में 2,57,000 मामले दर्ज़ किए गए हैं, जबकि 3,57,630 लोग रिकवर हुए हैं. 78 फीसदी नए मामले 10 राज्यों से दर्ज़ किए जा रहे हैं. सिर्फ 7 राज्यों में प्रतिदिन 10 हज़ार से ज्यादा मामले दर्ज़ किए जा रहे हैं. 93 से ज्यादा जिले ऐसे हैं, जहां घटते मामले की पॉजिटिविटी देखी जा रही है
केवल 7 राज्य ऐसे हैं, जो 10,000 से अधिक मामलों की रिपोर्ट कर रहे हैं और 5,000-10,000 मामलों वाले 6 राज्य हैं. 6 राज्यों में सबसे ज्यादा मौतें हो रही हैं और ये राज्य हैं महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, यूपी, पंजाब और दिल्ली. इसके अलावा कहा कि 18 राज्य ऐसे हैं जहां पॉजिटिविटी 15 फीसदी से अधिक है, जिनमें लगभग सभी राज्यों में पॉजिटिविटी रेट में लगातार कमी दर्ज़ की जा रही है. 5-15 फीसदी पजिटिविटी वाले 14 राज्य हैं. 4 राज्यों में 5 फीसदी से कम पॉजिटिविटी रेट है. 1,00,000 से अधिक सक्रिय मामले घटकर अब केवल 8 राज्यों में रह गए हैं. 50,000-1,00,000 के बीच सक्रिय मामले वाले राज्य 8 हो गए हैं. 50,000 से कम सक्रिय मामले वाले 20 राज्य और केंद्र शासित प्रदेश हैं. अब तक देश में 18.41 करोड़ वैक्सीन डोज़ 45 साल से ज्यादा आयु वर्ग, हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स के लिए केंद्र सरकार द्वारा उपलब्ध कराई गई हैं. 18-44 आयु वर्ग के लिए 92 लाख के लगभग डोज़ अब तक उपलब्ध कराई गई हैं. वहीं ब्लैक फंगस पर कहा कि इसके लिए एमफोटेरेसिन-बी जिसकी देश में सीमित उपलब्धता थी, उसे बढ़ाया जा रहा है. 5 अतिरिक्त मैन्युफैक्चर्स का लाइसेंस दिलाने का कार्य किया जा रहा है. अभी जो मैन्युफैक्चर्स हैं, वो भी उत्पादन बढ़ा रहे है. ब्लैक फंगस बीमारी पहले से थी. डायबिटीज जिसको होती है, ये उनमें होता है. अनकॉमन बीमारी है, पर अब कोरोना के साथ भी हो रहा है.