अभी तक 56 लाख से अधिक कोरोना रोगी ठीक
भारत विश्व में सबसे ज्यादा रिकवरी करने वाला बना देश
नई दिल्ली/दि.६ – कोरोना से जंग में लगातार हम अच्छी स्थिति की ओर बढ़ रहे हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय सचिव राजेश भूषण ने मंगलवार को प्रेसवार्ता में जानकारी देते हुए कहा कि पिछले 2 सप्ताह के दौरान कोरोना के सक्रिय मामले 10 लाख से कम हैं और रिकवरी रेट 84 फीसदी से अधिक हो गया है.
साथ ही कोरोना के पॉजिटिविटी रेट में कमी आई है. देश में कोरोना के 77 फीसदी सक्रिय मामले महाराष्ट्र, कर्नाटक, केरल, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश सहित 10 राज्यों में हैं. स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कोरोना से होने वाली मौत पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि देश के 25 जिलों में 48 फीसदी मौतें हुई हैं. चौंकाने वाली बात यह है कि 25 जिलों में से 15 जिले अकेले महाराष्ट्र के हैं.
इनमें मुंबई में 7.52 फीसदी, पुणे में 6.90 फीसदी, ठाणे में 4.38 फीसदी, नागपुर में 2.32फीसदी, कोल्हापुर में 1.45 फीसदी, नासिक में 1.39 फीसदी, सांगली में 1.39 फीसदी, मुंबई सुबरबन में 1.38 फीसदी, रायगढ़ में 1.30 फीसदी, सतारा में 1.19 फीसदी, जलगांव में 1.17फीसदी, औरंगाबाद में 0.94 फीसदी, पालघर में 0.69 फीसदी और अहमदनगर में 0.69 फीसदी मौतें हुई हैं.
राजेश भूषण ने कहा कि कोरोना वायरस की मौतों को नियंत्रित करने के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय इन राज्यों के साथ बातचीत कर रहा है. हमारा लक्ष्य इसे एक फीसदी से नीचे लाना है. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में सक्रिय कोरोना वायरस के मामलों की प्रवृत्ति को लेकर कुछ कहना जल्दबाजी होगी, चाहे वह स्थिर हो या न हो, हमें और अधिक समय तक निरीक्षण करने की आवश्यकता है.
देश में अभी तक 56 लाख से अधिक कोरोना रोगी ठीक हो चुके हैं. भारत विश्व में सबसे ज्यादा रिकवरी करने वाला देश बन गया है. बीते एक सप्ताह में आठ लाख से ज्यादा कोरोना टेस्ट किए गए हैं. अब तक 8 करोड़ से ज्यादा कोरोना टेस्ट हो चुके हैं.
स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि जहां तक कोरोना का पीक गुजरने की बात है तो गणितीय आंकड़ों के अनुरूप कोई भी अंदेशा लगाना ठीक नहीं है. यह मौसम चिकनगुनिया, डेंगू और मलेरिया वाला है. ऐसे में ज्यादा सावधानियां बरतनी की जरूरत है।
राज्यों को जो दिशा-निर्देश दिए गए हैं. उनका कड़ाई से पालन करें। केरल में ओणम फेस्टिवल के कारण कोरोना के रोगियों की संख्या में इजाफा हुआ है. इसलिए त्यौहारी सीजन में ज्यादा सतर्कता बरतने की जरूरत है.