आध्यात्मिक गुरू भय्यू महाराज की माता का निधन
अंतिम संस्कार करने को लेकर आमने-सामने आई बेटी और सौतेली मां
नई दिल्ली/दि. 12 – दिवंगत आध्यात्मिक गुरू भय्य़ू महाराज (Bhaiyyu Maharaj) की माता कुमुदिनी देवी (Kumudini Devi Death) का निधन हो गया. इंदौर में एक प्राइवेट अस्पताल में इलाज के दौरान उनके प्राण छूट गए. कुमुदिनी देवी के पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार करने की इच्छा कुमुदिनी देवी की पोती और दिवंगत भय्यू महाराज की बेटी कुहू ने जताई है. लेकिन भय्यू महाराज की दूसरी पत्नी आयुषि ने कुहू की इस इच्छा पर कुठाराघात कर दिया. और इस अंतिम संस्कार का हक़ किसका है? इस पर विवाद हो गया. कुमुदिनी देवी भय्यू महाराज की आत्महत्या मामले में एक अहम गवाह थीं. तबियत खराब होने की वजह से वे मध्य प्रदेश के इंदौर के इंडेक्स मेडिकल कॉलेज में इलाज करवा रही थीं. लेकिन शनिवार की रात उन्होंने अंतिम सांस ली. जिसके बाद दादी की मृत्यु का समाचार मिलते ही कुहू पुणे से इंदौर गई. जहां उसने दादी का अंतिम संस्कार करने की इच्छा जताई. दादा और पिता का अंतिम संस्कार भी कुहू ने ही किया था इसलिए दादी कुमुदिनी देवी का अंतिम संस्कार करने की इच्छा भी कुहू ने जताई है. लेकिन भय्यू महाराज की दूसरी पत्नी और कुहू की सौतेली मां आयुषि ने इस पर एतराज़ जताया है. इसके बाद कुहू और और उसकी सौतेली मां आयुषि के बहस हो गई. भय्यू महाराज ने 12 जून 2018 को अपने इंदौर स्थित आवास पर खुद को गोली मार कर आत्महत्या कर ली थी. भय्यू महाराज की आत्महत्या मामले पर उनकी मां कुमुदिनी देवी का स्टेटमेंट रिकॉर्ड होना था. यह मामले काफी समय से लटकता आ रहा था. वकील धर्मेंद्र गुर्जर ने कहा कि फरियादी ने आयुषि के साथ मिलकर कुमुदिनी देवी की गवाही ना ली जाए, इसके लिए कोर्ट में याचिका दाखिल की थी. इसलिए कुमुदिनी देवी की मृत्यु की भी जांच करवाई जा सकती है. इस मामले में भय्यू महाराज को ब्लैकमेल करके शादी करने का दबाव डालने वाली एक महिला को दो साल पहले अरेस्ट किया गया था. तो दूसरी तरफ महाराज के सेवक विनायक और शरद पर आरोप है कि ये दोनों उस महिला को इस ब्लैकमेलिंग के काम में मदद कर रहे थे. इस प्रकरण में भय्यु महाराज की दूसरी पत्नी आयुषि और उनके परिवारवालों का पुलिस ने स्टेटमेंट भी रिकॉर्ड किया था.