देश दुनियामुख्य समाचार

सांसद नवनीत की जातिवैधता मामले की अगली सुनवाई 29 मार्च को

नई दिल्ली/दि.23– अमरावती जिले की सांसद नवनीत राणा द्वारा अपने जाति वैधता प्रमाणपत्र की वैधता को लेकर दायर की गई याचिका पर अब अगली सुनवाई आगामी 29 मार्च को होगी. आज इस मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में होनी थी. किंतु प्रतिवादी पक्ष यानी पूर्व सांसद आनंदराव अडसूल के वकील एड. सिंघवी को ऐन समय पर कोई अन्य काम निकल आने की वजह से वे सुनवाई के वक्त अदालत में उपस्थित नहीं थे. जबकि इस समय सांसद नवनीत राणा की ओर से एड. मुकुल रोहतगी पैरवी करने हेतु अदालत में हाजीर हुए. यह मामला अपरान्ह करीब 3.20 बजे सुनवाई हेतु अदालत के पटल पर रखा गया. इसके बाद न्या. विनीत शरण व न्या. अनिरूध्द बोस की दो सदस्यीय खंडपीठ ने आज कामकाज खत्म होने तक महज डेढ-दो घंटे के समय को मामले की सुनवाई के लिए अपर्याप्त बताया और इसे कम से कम दो हफ्ते तक मुलतवी रखने की बात कही. जिसके बाद मामले की अगली सुनवाई के लिए 29 मार्च की तारीख तय की गई. ऐसे में यह मामला अब करीब सवा महिने के लिए आगे टल गया है. अत: इस मामले में अंतिम फैसला क्या आता है, इस ओर सभी की निगाहें लगी हुई है.
बता दें कि, जिले के पूर्व सांसद आनंदराव अडसूल ने अपने खिलाफ चुनाव लडकर सांसद निर्वाचित होनेवाली नवनीत राणा के जाति वैधता प्रमाणपत्र को हाईकोर्ट में चुनौती दी थी. जिसके तहत पूर्व सांसद अडसूल ने दावा किया था कि, नवनीत राणा ने फर्जी जाति प्रमाणपत्र का सहारा लेकर अनुसूचित जाति हेतु आरक्षित अमरावती संसदीय क्षेत्र से चुनाव लडा. पूर्व सांसद आनंदराव अडसूल के दावे को सत्यापित करते हुए मुंबई हाईकोर्ट ने सांसद नवनीत राणा के जाति वैधता प्रमाणपत्र को खारिज कर दिया था तथा यह प्रमाणपत्र जाति वैधता जांच समिती के समक्ष जमा कराने का आदेश देते हुए आर्थिक जुर्माना भरने हेतु भी कहा था. किंतु सांसद नवनीत राणा ने अपने वकीलों के जरिये हाईकोर्ट के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देते हुए वहां से इस फैसले पर स्थगनादेश प्राप्त किया था. इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट में सांसद नवनीत राणा की याचिका पर तारीख-दर-तारीख सुनवाई का दौर शुरू हुआ. हर बार यह लगता है, मानो इस तारीख पर इस मामले में अंतिम फैसला आ जायेगा, लेकिन हर बार किसी न किसी वजह के चलते सुनवाई आगे टल जाती है.

* 29 को ही हो सकता है मामले का अंतिम फैसला
विधि क्षेत्र से जुडे सूत्रों के मुताबिक यह मामला विगत लंबे समय से सुप्रीम कोर्ट के समक्ष सुनवाई हेतु विचाराधीन है और मामले की सुनवाई भी लगभग पूर्ण हो चुकी है. ऐसे में बहुत संभव है कि, आगामी 29 मार्च को अगली सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट द्वारा इस मामले का निपटारा करते हुए अपना फैसला भी सुना दिया जाये. ऐसे में अब एक बार फिर सभी की निगाहें सांसद नवनीत राणा के जाति वैधता प्रमाणपत्र एवं राजनीतिक भविष्य की ओर लग गई है.

Related Articles

Back to top button