मल्टीप्लेक्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया से की मुलाकात
सिनेमा हॉल फिर से खोलने का किया आग्रह
नई दिल्ली/दी.30 -मल्टीप्लेक्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के सदस्यों के एक प्रतिनिधिमंडल ने गुरुवार को दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया से मुलाकात की और राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सिनेमा हॉल को फिर से खोलने की अनुमति देने में उनके हस्तक्षेप का अनुरोध किया. ओमिक्रॉन वेरिएंट के एमरजेंस के बाद कोविड-19 मामलों में स्पाइक के बीच, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को स्कूलों, कॉलेजों, सिनेमाघरों और जिमों को बंद करने के लिए ‘येलो अलर्ट’ घोषित कर दिया था. MAI प्रतिनिधिमंडल ने अपनी बैठक में मार्च 2020 से कई बंद की वजह से इंडस्ट्री के जरिए सामना की जा रही “प्रतिकूल आर्थिक स्थिति” पर रोशनी डाली.
एक बयान के मुताबिक, प्रतिनिधिमंडल ने सिसोदिया को सूचित किया कि ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (जीआरएपी) के ‘येलो’ अलर्ट को लागू करते हुए दिल्ली में सिनेमाघरों को बंद करने के सरकार के फैसले से “भारी अनिश्चितता” पैदा हुई है, जिससे फिल्म रिलीज में बदलाव आया है. जैसे कि शाहिद कपूर की “जर्सी”, जो अब 31 दिसंबर को रिलीज नहीं हो रही है. फोर स्टेजेज वाली ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (जीआरएपी) के तहत, अगर पॉजिटिविटी रेट लगातार दो दिनों तक 0.5 फीसदी पर स्थिर रहती है, तो ‘येलो’ अलर्ट शुरू हो जाएगा, जिससे कई प्रतिबंध लग जाएंगे.
सिनेमा हॉल को बंद न करने की गुजारिश की
प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व पीवीआर लिमिटेड के अध्यक्ष अजय बिजली ने किया, जिन्होंने कहा कि एसोसिएशन कोविड के खिलाफ सरकार की लड़ाई की सराहना करता है, लेकिन सिनेमा हॉल को पूरी तरह से बंद करने के बजाय ऑप्शन्स की पेशकश की. बयान में कहा गया है कि, “हम दिल्ली सरकार से सिनेमाघरों में प्रवेश करने के लिए ‘डबल वैक्सीनेशन की जरूरत’ को शुरू करने पर विचार करने का आग्रह करेंगे, जैसा कि कुछ दूसरे राज्यों में हो रहा है. ऑप्शनल रूप से, सिनेमाघरों में 50 फीसदी बैठने की क्षमता प्रतिबंध को फिर से लागू किया जा सकता है.”
एसोसिएशन ने कहा कि, सिसोदिया ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया कि इस मामले को दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी टास्क फोर्स और दूसरे सरकारी अधिकारियों के साथ उठाया जाएगा. बैठक में, प्रतिनिधिमंडल ने मंत्री से दूसरी इंडस्ट्रीज और ऑर्गेनाइजेशन के जैसा ही सिनेमाघरों को “समान व्यवहार” देने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि, एग्जीबिशन सेक्टर ने डेमोन्सट्रेटेड वेंटिलेशन सिस्टम, बढ़ी हुई स्वच्छता और दूसरे सुरक्षा प्रोटोकॉल के इस्तेमाल के साथ “जनता और कर्मचारियों के लिए सुरक्षित रूप से ऑपरेट” करने की क्षमता का प्रदर्शन किया है.
प्रतिनिधिमंडल ने ‘सिनेमाओं में लो कोविड ट्रांसमिशन रिस्क’ पर एक शोध रिपोर्ट भी प्रस्तुत की, जो दुनिया भर के कई सिनेमाघरों में डिक्लेरेशनं को पकड़ती है. बयान में आगे कहा गया है कि, “प्रतिनिधिमंडल ने इंडियन फिल्म इंडस्ट्री के यूनीक सोशल, कल्चरल और इकोनॉमिक वैल्यू पर रोशनी डाली, और उपमुख्यमंत्री से इस अनप्रीसेंडेंटेड पीरियड में जीवित रहने के लिए जरूरी मदद प्रदान करने का अनुरोध किया.”
49 दिनों में पार किया 13 हजार का आंकड़ा
MAI, जिसे 2002 में फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के तत्वावधान में प्रमुख सिनेमा ऑपरेटरों के जरिए स्थापित किया गया था, देश भर में 500 से ज्यादा मल्टीप्लेक्सों को ऑपरेट करते हुए 11 से ज्यादा सिनेमा चेन्स का प्रतिनिधित्व करता है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, कोविड-19 मामलों में रोज हो रही बढ़ोत्तरी तकरीबन 49 दिनों के बाद 13,000 का आंकड़ा पार कर गई, जिससे कुल संख्या 3,48,22,040 हो गई.
देश में 180 ताजा मामलों के साथ ओमिक्रॉन इनफेक्शन्स में सबसे ज्यादा एक दिन की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई, जिससे देश में इस तरह के इनफेक्शन्स की कुल संख्या 961 हो गई. दिल्ली में सबसे ज्यादा 263 मामले दर्ज किए गए, इसके बाद महाराष्ट्र में 252, गुजरात में 97, राजस्थान में 69, केरल का स्थान रहा 65 और तेलंगाना 62. आंकड़ों में कहा गया है कि 268 ताजा मौतों के साथ मरने वालों की संख्या 4,80,860 हो गई है.