नई दिल्ली/दि.४ – सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) मामले में जब से AIIMS की रिपोर्ट सामने आई है, मुंबई पुलिस और महाराष्ट्र सरकार ने चैन की सांस ली है. सुशांत केस में लगातार मुंबई पुलिस की कार्रवाई पर सवाल खड़े किए गए थे. उनकी जांच की वजह से ही ये केस सीबीआई को सौंपा गया था. लेकिन अब जब AIIMS की रिपोर्ट में कहा गया है कि सुशांत ने आत्महत्या की थी, तब पुलिस भी अपनी जांच को सही मानने लगी है.
मुंबई पुलिस के कमिश्नर परमबीर सिंह ने बातचीत के दौरान इस सिलसिले में विस्तार से बात की है. उनके मुताबिक AIIMS की रिपोर्ट के बाद सब कुछ स्पष्ट हो चुका है. वे कहते हैं- हम सभी AIIMS के इन निष्कर्षों से सहमत है. कोर्ट ने भी हमारी जांच में कोई खामी नहीं निकाली थी. अब कमिश्नर का इतना कहना ही बता रहा है कि वे इस रिपोर्ट को अपनी जांच पर एक मुहर की तरह देख रहे हैं. उन्हें लग रहा है कि मुंबई पुलिस की जांच सही दिशा में आगे बढ़ी थी.
वैसे पुलिस कमिश्नर ने उन लोगों पर निशाना साधा है जिन्होंने उस समय पुलिस की जांच पर सवाल खड़े किए थे. वे कहते हैं- हमारी जांच की कोई जानकारी ना होने के बाजवूद कुछ लोगों ने हमारी निंदा की थी. कूपर अस्पताल के डॉक्टरों ने भी अपना काम सही तरीके से किया था. अब कमिश्नर का ये कहना कि कूपर अस्पताल को क्लीन चिट दी गई है, ये गलत है. AIIMS की रिपोर्ट में उल्टा कूपर अस्पताल पर सवाल खड़े किए गए हैं. उनकी जांच में कई तरह की खामियां देखी गई हैं.
मालूम हो कि इस समय सिर्फ AIIMS की रिपोर्ट सामने आई है. अभी सीबीआई इस मामले की जांच कर रही है और उसी जांच के बाद ये साफ हो पाएगा कि सुशांत को सुसाइड के लिए उकसाया गया था या नहीं. ऐसे मे AIIMS की रिपोर्ट सिर्फ इतना बता रही है कि सुशांत का मर्डर नहीं हुआ था और ये एक सुसाइड का मामला है.