लालकिले के प्राचीर से 11वीं बार नरेन्द्र मोदी ने फहराया तिरंगा
सेकुलर कोड लाने के संकेत, 75 हजार एमबीबीएस सीटें
* बांग्लादेश में हिंदूओं की सुरक्षा पर भी बोले पीएम
दिल्ली /दि.15- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर लालकिले की प्राचीर से लगातार 11वीं बार ध्वजारोहण कर नया कीर्तिमान स्थापित किया. माथे पर लालहरी केसरिया पगडी धारण कर राष्ट्र क संबोधित करते हुए आने वाले समय में सेकुलर कोड पर बल देने का संकेत दिया. उसी प्रकार देश के चिकित्सा महाविद्यालयों में 75 हजार एमबीबीएस सीेटे बढाई जाने की घोषणा की. जिसमें देश में अधिकाधिक चिकित्सक हो और खासो आम को डॉक्टरर्स की सेवा तत्पर मिले.
कोरोना में सबसे तेज इकोनॉमी
पीएम ने कहा, हमारे यहां जाति, पात और पंथ से ऊपर उठकर हर घर तिरंगा फहराया जाता है. आज देश के 3 करोड़ परिवारों को नल से जल पहुंच रहा है. नई शिक्षा नीति में मातृ भाषा को बल मिला. भाषा टैलेंट के रास्ते नहीं आनी चाहिए. इकोनॉमी को सबसे तेज बनाए रखने वाला देश भारत है. हम 25 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकालते हैं. वो दिन दूर नहीं, जब भारत इंडस्ट्रियल मैन्युफैक्चरिंग का हब बनेगा. दुनिया की बड़ी कंपनियां भारत में निवेश करना चाहती हैं.
सरकार खुद लाभार्थियों के पास
पीएम मोदी का कहना था कि अब हम चाहते हैं कि आत्मनिर्भर बनें. दुर्भाग्य से हमारे देश में आजादी के बाद लोगों को एक प्रकार के माई-बाप कल्चर से गुजरना पड़ा. सरकार से मांगते रहो, सरकार के सामने हाथ फैलाते रहो. हमने गवर्नेंस के इस मॉडल को बदला है. आज सरकार खुद लाभार्थियों के पास जाती है.
भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई जारी
लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री मोदी ने साफ कर दिया है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी. पीएम मोदी का कहना था कि मैं भ्रष्टाचारियों से निपटकर रहूंगा. क्या कोई कल्पना कर सकता है कि मेरे देश में कुछ ऐसे लोग निकल रहे हैं, जो भ्रष्टाचार का महिमामंडन कर रहे हैं. समाज में इस प्रकार के बीज बोने का प्रयास हो रहा है, वो स्वस्थ समाज के लिए चुनौती है. भ्रष्टाचारियों से दूरी बनाना सही होता है, उसका महिमामंडन नहीं होना चाहिए. पीएम मोदी का कहना था कि मैं देशवासियों कहना चाहता हूं कि हम नेकनीयत से राष्ट्र के प्रति अपने समर्पण से, हम विपरीत मार्ग पर जाने वाले लोगों के दिल जीतेंगे. राष्ट्र के सपनों को साकार करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे. हम बदनियत वालों को नेक नियत से जीतेंगे. हमारा हर देशवासी भ्रष्टाचार की दीमक से परेशान रहा है. अन्याय के प्रति उसका गुस्सा राष्ट्र की प्रगति में रुकावट देता है. मैंने इसके लिए काम किया, मुझे अपनी प्रतिष्ठा भी चुकानी पड़े तो चुकाऊंगा.