एनईईटी और जईई की परीक्षाएं १३ सितंबर को होगी
सुप्रीम कोर्ट ने प्रवेश परीक्षाएं टालने की याचिका को किया खारिज
नई दिल्ली/दि.१७ – एनईईटी और जेईई मेन-२०२० की प्रेवश परीक्षाओं को टालने के लिए सुप्रीम कोर्ट में दायर की गई याचिका को खारिज कर दिया गया है. जिसके चलते अब जईई-२० की परीक्षाएं आगामी १ से ६ सितंबर व एनईईटी परीक्षा का आयोजन १३ सितंबर को ली जाएगी. सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस अरुण मिश्रा, जस्टिस बीआर गवई और जस्टिस कृष्ण मुरारी की बेंच ने यह फैसला सुनाया है. अपने फैसले में न्यायाधीशों ने बताया कि जिंदगी को ऐसे रोका नहीं जा सकता. हमें सुरक्षा उपायों के साथ आगे बढऩा होगा, छात्रों का भविष्य दांव पर नहीं लगा सकते. कोर्ट ने याचिकाकर्ता छात्रों से यह भी पूछा कि, क्या आप परीक्षाओं को रद्द करवा कर अपना एक साल बर्बाद करना चाहते हैं?
परीक्षाओं के विरोध में दलील
छात्रों की ओर से पैरवी करते हुए एडवोकेट अलख आलोक श्रीवास्तव ने बेंच के सामने कोरोना से पैदा हुए हालात का हवाला दिया. उन्होंने कहा कि जब सीबीएसई, आईसीएसई और एआईबीई की परीक्षाएं टाली जा सकती है तो एनईईटी और जेईई की परीक्षाएं क्यों नहीं. उन्होंने कहा कि हम इन परीक्षाओं को अनिश्चितकाल के लिए टालने की मांग नहीं कर रहे, लेकिन मौजूदा हालात में टालना ही विकल्प है.
याचिका के विरोध में नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की ओर से सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि यदि निर्धारित शेड्यूल के हिसाब से परीक्षाएं होती हैं तो हमारी ओर से सभी सुरक्षा उपाय किए जाएंगे और इसकी पूरी तैयारी कर ली गई है.
दोनों पक्षों की जिरह सुनने के बाद कोर्ट ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि, ये छात्रों के भविष्य का सवाल है. उसे दांव पर नहीं लगाया जा सकता. कोर्ट ने याचिकाकर्ता छात्रों को नसीहत देते हुए अपने एक साल की वैल्यू करने की भी सलाह दी.
यहां बता दें कि परीक्षा के विरोध में 11 राज्यों के छात्रों ने जेईई मेन और नीट परीक्षाएं स्थगित करने की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी. याचिका में मांग की गई है कि देश में कोरोना महामारी के बीच परीक्षाओं का आयोजन न किया जाएङ
इस बार दोनों ही परीक्षाओं के लिए 20 लाख से ज्यादा उम्मीदवारों ने रजिस्ट्रेशन कराया है. याचिका में कहा गया है कि, इतनी बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स के परीक्षाओं में सम्मिलित होने से संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ सकता है.