नई दिल्ली दि.२३: मेडिकल कॉलेजों में दाखिले के लिए हुई नीट-यूजी परीक्षा का परिणाम अक्टूबर मध्य तक घोषित किए जा सकते है. यहां बता दें के कोरोना महामारी के दौर में भी नीट परीक्षा का आयोजन हुआ. परीक्षा के लिए करीब 16 लाख छात्रों ने रजिस्ट्रेशन कराया था इसमें से 85 फीसदी छात्र परीक्षा में उत्तीर्ण हुए हैं. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) की ओर से पहली बार आयोजित की गई यह परीक्षा ऑफलाइन हुई है. पेन-पेपर आधारित इस परीक्षा की आंसर की अगले सप्ताह जारी की जाएगी.
एनटीए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि जॉइंट एंट्रेंस एक्जामिनेशन (JEE) मुख्य परीक्षा की तुलना में नीट परीक्षा के परिणाम आने में काफी समय लग रहा है. जेईई मुख्य परीक्षा का परिणाम परीक्षा के बाद छठे दिन जारी कर दिया गया था. नीट परीक्षा परिणाम में देरी की वजह परीक्षा का कम्प्यूटर बेस्ड न होकर मेन्युअल होना है. इससे परीक्षा की ओएमआर शीट को स्कैन करने में समय लग रहा है.
देश के 536 मेडिकल कॉलेजों में करीब 80 सीटें हैं. इनमें आधी सीटें सरकारी कॉलेजों के पास हैं और आधी निजी मेडिकल कॉलेजों के पास. एनएमसी बिल कानून में निजी कॉलेजों की 50 फीसदी सीटें यानि 20 हजार सीटों की फीस तय करने का अधिकार सरकार को दिया गया है. इस तरह 75 फीसदी मेडिकल सीट यानि करीब 60 हजार सीटों की फीस सरकार निर्धारित करेगी.
देश के आईआईटीज में दाखिले के लिए जेईई एडवांस परीक्षा 27 सितंबर को होगी. देशभर से परीक्षा के लिए 160864 विद्यार्थियों ने रजिस्ट्रेशन कराया है. कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए जेईई मेंस और नीट की तरह ही विद्यार्थियों को छह फीट की दूरी का पालन करने के लिए कहा गया है. परीक्षा केंद्र में सैनिटाइजर और पानी की पारदर्शी बोतल लाने की अनुमति रहेगी.
छात्रों को जूतों की जगह चप्पल और सैंडल पहनकर आने के लिए कहा गया है. रिंग, ब्रेसलेट, ईयररिंग्स, नोज पिन, ताबीज और ज्वेलरी नहीं पहनने की सलाह दी गई है. परीक्षा में विद्यार्थियों को स्क्रेबल पेड दिए जाएंगे. इस पर विद्यार्थियों को एप्लीकेशन नंबर और खुद का नाम लिखना होगा.
परीक्षा खत्म होने के बाद पेड को विद्यार्थी साथ ले जा सकेंगे. परीक्षा केंद्र में विद्यार्थियों को मास्क पहनकर आना है. केंद्र पर इसे बदलकर दूसरा मास्क दिया जाएगा. एडवांस परीक्षा में विद्यार्थियों को परीक्षा केंद्र किस समय पहुंचना है इसकी जानकारी एसएमएस से दी जाएगी.