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कोरोना के नए-नए वैरिएंट्स और भविष्य में आने वाली लहरों से बचाव में बनेंगे ढाल

एक्सपर्ट्स ने गिनाए दो हथियार

नई दिल्ली/दि. 9 –  कोरोना के मामले जैसे-जैसे बढ़ रहे हैं लोगों में इस बात को लेकर चिंता है कि आखिर मौजूदा और आने वाली कोविड की लहरों से कैसे बचा जाए. लोगों की कुछ शंकाओं को दूर करते हुए एक्सपर्ट्स ने साफ कहा है कि कोविड से बचाव के लिए जो बातें (कोविड-उपयुक्त व्यवहार) बताई गई हैं, मतलब सावधानियां और कोरोना का टीका ही कोरोना के सभी म्यूटेंट और भविष्य में आने वाली कोविड लहरों से बचने का तरीका है. एक्सपर्ट्स की तरफ से कहा गया है कि कोरोना की अगली यानी तीसरी लहर मौजूदा लहर से कम नुकसान पहुंचाएगी अगर देश की बड़ी आबादी जल्द से जल्द कोरोना टीका लगवा लेगी. वहीं कोविड-उपयुक्त व्यवहार से मतलब दो गज की दूरी, मास्क और बार-बार हाथ धोने के नियम से है. कोरोना के केसों में पिछले कुछ महीनों में काफी तेजी आई है. अब देश में रोज कोविड के 4-4 लाख केस आ रहे हैं. एक्सपर्ट मानते हैं कि पिछली लहर के बाद बरती गई ढिलाई ही कोरोना की इतनी तबाही की वजह है. इसके अलावा कुछ एक्सपर्ट्स कोरोना के नए वैरिएंट्स को भी इसके पीछे की वजह मान रहे हैं. प्रिंसिपल साइंटिफिक एडवाइजर के विजयराघवन ने बुधवार को कहा था कि कोरोना की तीसरी लहर भी आनी तय है. फिर बाद में उन्होंने यह भी बताया कि अगर सही कदम उठाए जाएंगे तो हो सकता है कि तीसरी लहर से बचा जा सके. रविवार तक की बात करें तो अब तक 16,94,39,663 कोरोना टीके लगाए जा चुके हैं. इसमें से 20,23,532 कोरोना टीके रविवार तक पिछले 24 घंटे में लगाए गए हैं.

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