जनवरी और फरवरी में सीबीएसई सहित कोई बोर्ड परीक्षा नहीं कराई जाएगी
केंद्र सरकार का बड़ा फैसला
नई दिल्ली/दि.२२ – केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल ने कहा कि जनवरी और फरवरी में कोई बोर्ड परीक्षा नहीं कराई जाएगी. परीक्षा कराने को लेकर फैसला बाद में लिया जाएगा.
केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. अगले वर्ष होने वाली बोर्ड परीक्षा के आयोजन के बारे में शिक्षकों के साथ शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक का संवाद किया. केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने आगामी बोर्ड परीक्षा आयोजित करने को लेकर 10 दिसंबर को छात्रों के साथ उनकी विभिन्न चिंताओं एवं सवालों पर चर्चा की थी.
केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने बताया था कि जेईई-मेंस परीक्षा साल में चार बार आयोजित होगी और पहले सत्र में इसका आयोजन 23 से 26 फरवरी 2021 तक होगा. निशंक ने डिजिटल माध्यम से इसकी जानकारी देते हुए कहा था कि जेईई मेंस परीक्षा का आयोजन साल में चार बार होगा. यह परीक्षा चार सत्रों में फरवरी, मार्च, अप्रैल और मई में आयोजित होगी.
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) के सचिव अनुराग त्रिपाठी ने शुक्रवार को कहा था कि कक्षा 10 और कक्षा 12 के लिये होने वाली बोर्ड परीक्षाएं जरूर होंगी और इनके लिये कार्यक्रम जल्द घोषित किये जाने की उम्मीद है. विभिन्न संगठनों द्वारा कोविड-19 के बढ़ते मामलों के मद्देनजर बोर्ड परीक्षाओं को रद्द करने या स्थगित किये जाने की मांग के बीच त्रिपाठी का यह बयान आया है. वेबिनार के दौरान उन्होंने कहा, बोर्ड परीक्षाएं अवश्य होंगी और इनका कार्यक्रम जल्द ही घोषित किया जाएगा. सीबीएसई इसके लिये योजना बना रहा है और जल्द ही इस बात का खुलासा किया जाएगा कि परीक्षा का मूल्यांकन कैसे किया जाएगा. उन्होंने हालांकि इस पर टिप्पणी नहीं की कि क्या परीक्षा समान प्रारूप में और तय कार्यक्रम के अनुसार फरवरी-मार्च में आयोजित की जाएगी अथवा इसे स्थगित किया जाएगा. त्रिपाठी ने कहा, मार्च-अप्रैल के दौरान हम घबराये हुए थे कि आगे कैसे बढ़ेंगे, लेकिन इस मौके पर हमारे विद्यालयों और शिक्षकों ने शानदार काम किया और शिक्षण कार्य के लिये नई प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल के उद्देश्य से खुद में बदलाव किया और खुद को प्रशिक्षित किया. कुछ ही महीनों में विभिन्न ऐप का इस्तेमाल कर ऑनलाइन कक्षाएं लेना समान्य बात हो गई.
कोरोना वायरस संक्रमण का प्रसार रोकने के लिये देश भर में मार्च में विद्यालय बंद कर दिये गए थे और 15 अक्टूबर के बाद कुछ राज्यों में आंशिक रूप से इन्हें खोला गया. कोविड-19 के बढ़ते मामलों को देखते हुए हालांकि कुछ राज्यों ने विद्यालयों को फिर से बंद करने का फैसला किया है. आधी परीक्षाओं के बाद बोर्ड परीक्षाओं को स्थगित करना पड़ा था और बाद में उन्हें रद्द किया गया तथा नतीजों की घोषणा वैकल्पिक आकलन योजना के आधार पर की गई.
बच्चों में जिज्ञासा तथा उच्च स्तर की चिंतन क्षमता विकसित करने के उद्देश्य से केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने ऑनलाइन माध्यम से ‘साइंस चैलेंज’ की शुरुआत की है. सीबीएसई के एक अधिकारी ने बताया कि सीबीएसई साइंस चैलेंज दीक्षा पोर्टल और एप पर 11 जनवरी 2021 तक उपलब्ध रहेगा और इसमें 8वीं से 10वीं कक्षा के छात्र हिस्सा ले सकेंगे.
छात्र अपने कम्प्यूटर या एंड्रायड मोबाइल फोन के जरिये दीक्षा एप के माध्यम से कोर्स के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और पहुंच स्थापित कर सकते हैं. क्विज में हिस्सा लेने के लिये उनके पास दीक्षा एप का अद्यतन संस्करण होना चाहिए. इस प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के इच्छुक छात्रों को दीक्षा एप पर अपना पंजीकरण करना होगा.
छात्र अपने पंजीकृत ईमेल तथा पासवर्ड के जरिये ही इससे जुड़ सकते हैं. एक बार चैलेंज में शामिल होने के बाद छात्रों को सभी कार्यक्रमों में शामिल होने का मौका मिलेगा. सीबीएसई साइंस चैलेंज में शामिल होने वाले छात्रों को एक ऑनलाइन प्रमाणपत्र भी दिया जायेगा.