नई दिल्ली/दि. २८ – केन्द्र सरकार ने कहा है कि कोरोना टीके की दूसरी डोज अलग देने से टीका लगवाने वाले को कोई नुकसान नहीं होता है. नीति आयोग के सदस्य और राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम के विशेषज्ञ समूह के प्रमुख डॉ. वी. के. पाल ने गुरूवार को यह जानकारी दी.
डॉ. पाल ने कहा कि भले ही टीके की पहली और दूसरी डोज अलग अलग हो, इसका कोई प्रतिकूल प्रभाव की संभावना नहीं है. उत्तरप्रदेश के सिध्दार्थ नगर जिले में एक गांव में २० ग्रामीणो को कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज बदलकर दी गई थी. इस बाबत पूछे गये सवाल में उन्होंने कहा, हमारा प्रोटोकाल बिल्कुल स्पष्ट है. वैक्सीन की दूसरी डोज पहले वाले की तरह रहना चाहिए. लिहाजा इस मामले में जांच होनी चाहिए. लेकिन मैं कह सकता हूं कि अगर किसी अन्य टीके की दूसर डोज ले भी ली गई है तो कोई प्रतिकुल प्रभाव होने की संभावना नहीं है.