हिं.स./दि.१४
मुंबई – मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे ने कहा कि महाराष्ट्र में मराठी भाषिकों के खिलाफ किसी की अन्याय करने की हिम्मत नहीं है, फिर भी राज्य में मराठी भाषिकों और भुमिपूत्रों के विरूध्द किसी ने अन्याय करने का प्रयास किया तो उसका सामना शिवसेना से होगा. गुरूवार को मुख्यमंत्री ने शिवसेना की व्यंग्यचित्र साप्ताहिक मार्मिक के हीरक महोत्सवी स्थापना दिवस पर आयोजीत ऑनलाईन कार्यक्रम को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि शिवसेना की जन्मदाता मार्मिक है. शिवसेना का जन्म भुमिपूत्रों को नौकरी और न्याय दिलाने के लिए हुआ था. राज्य की सरकार ने भुमिपूत्रों को नौकरियों में प्राथमिकता देने के लिए कानून बनाया है. सरकार ने राज्य के स्कूलों में मराठी भाषा की पढाई अनिवार्य की है. मुख्यमंत्री ने कहा कि संयुक्त महाराष्ट्र आंदोलन आज भी खत्म नहीं हुआ है. कर्नाटक का बेलगाम अभी भी महाराष्ट्र का हिस्सा नहीं बन पाया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि आनेवाले समय में मार्मिक को डिजिटल स्वरूप में लाया जाएगा.