नई दिल्ली/दि.२१-देश में बुलेट ट्रेनों का जाल बिछाए जाने के लिए तैयारियां तेजी से चल रही हैं. जिसके तहत अब वाराणसी-हावड़ा के बीच बुलेट ट्रेन चलाने के लिए कवायद तेज हो गई है. वाराणसी-हावड़ा के बीच बुलेट ट्रेन चलाने के लिए हाईस्पीड रेल कॉरिडोर (High Speed Rail Corridor) की कार्ययोजना बनाई जा रही है. जिसके लिए जल्द सर्वे शुरू होने जा रहा है. सर्वे करने वाली अधिकृत एजेंसी की ओर से इस रूट को लेकर उत्तर रेलवे के स्थानीय अभियंताओं से चर्चा भी की गई है. वाराणसी-हावड़ा बुलेट ट्रेन के हाईस्पीड रेल कॉरिडोर के लिए पहले रेकॉन सर्वे किया जाएगा. जिसके तहत संभावित रूट तलाशे जाएंगे. इलके लिए सर्वे करने वाली एजेंसी के लोग रेल अभियंता से विचार-विमर्श के बाद रूट फाइनल करेंगे.
अभी करीब 680 किमी है वाराणसी-हावड़ा के बीच दूरी
रेकॉन सर्वे के बाद जीओ टेक तरीके से सर्वे होगा. इसमें भूकंप और नींव के लिए जियो टेक इंजीनियर मिट्टी का सैंपल लेंगे. अभी वाराणसी से हावड़ा तक मौजूदा रेल रूट की दूरी करीब 680 किमी की है. जिसके बाद अब इसी रूट पर एविलेटेड रेल कॉरिडोर तैयार कर बुलेट ट्रेन चलाने का प्लान है. माना जा रहा है कि बुलेट ट्रेन के आने से वाराणसी-हावड़ा के बीच की दूरी तीन से चार घंटे में पूरी की जा सकेगी.
अगले महीने से शुरू होगा रेकॉन सर्वे
उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के सहायक मंडल इंजीनियर पीयूष पाठक ने बताया कि वाराणसी-हावड़ा के बीच हाईस्पीड रेल कॉरिडोर के लिए कारपोरेशन की ओर से अधिकृत एजेंसी के प्रतिनिधि यहां आ चुके हैं. जिसके बाद अगले महीने से रेकॉन सर्वे की बात कही गई है. अभी दिल्ली-वाराणसी के लिए हाईस्पीड रेल कॉरिडोर के लिए जमीन का सर्वे हो रहा है. यह हाई स्पीड कॉरिडोर उत्तर प्रदेश के 22 जिलों और दिल्ली के दो जिलों से होकर गुजरेगा.