* यूजीसी ने लिया बडा फैसला
नई दिल्ली दि.22 – देश के सभी शैक्षणिक संस्थानों में कक्षा 12वीं के बाद डिग्री कोर्स यानि स्नातक पाठ्यक्रम को पूर्ण करने के लिए अब तक 3 वर्षों का समय लगा करता था. किंतु अगले शैक्षणिक वर्ष से बीए, बीकॉम व बीएससी जैसे स्नातक पाठ्यक्रमों को पूरा करने के लिए 4 वर्ष का समय लगा करेंगा. इस संदर्भ में आज केंद्रीय विश्वविद्यालय अनुदान आयोग यानि यूजीसी द्बारा बेहद महत्वपूर्ण फैसला लिया गया है. जिसकी जानकारी अगले सप्ताह से सभी विद्यापीठों को भेंट दी जाएगी. जिनमें 45 केंद्रीय विद्यापीठों का भी समावेश है.
इस संदर्भ में जानकारी देते हुए यूजीसी की ओर से बताया गया कि, यूजीसी ने यह फैसला लेने के साथ ही 4 वर्षीय ग्रज्यूएशन प्रोग्राम का फे्रमवर्क भी निश्चित कर लिया है और केंद्रीय विश्वविद्यालय सहित राज्यस्तर के विश्व विद्यालय व निजी विश्वविद्यालय मेें 4 वर्ष के अंडर ग्रैज्यूएट कोर्स को लागू किया जाएगा. जिसे स्वीकार करने की तैयारी कई डीम्ड टू बी विश्वविद्यालयों द्बारा भी दर्शाई गई है. जारी शैक्षणिक वर्ष में जिन विद्यार्थियों ने अंडर ग्रैज्यूएट डिग्री कोर्स में प्रवेश लिया है. उनके पास 3 वर्ष में ही अपनी डिग्री प्राप्त करने का पर्याय उपलब्ध रहेगा. साथ ही वे अगले शैक्षणिक सत्र में अपने आप को 4 वर्ष के पाठ्यक्रम हेतु भी अपग्रेड कर सकेंगे. इसके अलावा जो विद्यार्थी इस समय प्रथम अथवा द्बितीय वर्ष में है, वे भी 4 वर्षीय अंडर ग्रैज्यूएट प्रोग्राम का पर्याय चुन सकते है. इस 4 वर्ष के पाठ्यक्रम के लिए विद्यापीठों द्बारा अपने स्तर पर कुछ नियम भी बनाए जा सकेंगे. जिसके तहत जिन विद्यार्थियों ने ग्रैज्यूएशन प्रोग्रॉम पूर्ण किया है, उन्हें पीजी या एम फिल में प्रवेश लेने हेतु 55 फीसद अंक रहना जरुरी होगा. साथ ही एम फिल का कोर्स पूरा करने के लिए अब विद्यार्थियों द्बारा ज्यादा समय नहीं लिया जा सकेगा. बल्कि निर्धारित अवधि के भीतर ही उन्हें अपना कोर्स पूरा करना होगा.