अब आमदनी पर नहीं रहन-सहन पर निश्चित की जाएगी गरीबी रेखा
केंद्रीय ग्राम विकास मंत्रालय की जानकारी
नई दिल्ली./दि.२०-अब आमदनी पर नहीं बल्कि रहन-सहन पर निश्चित की जाएगी गरीबी रेखा. सरकार द्वारा इसमें बदलाव की प्रक्रिया शुरु कर दी गई है. भविष्य में गरीबी रेखा के लाभार्थियों की इसमें अब आमदनी नहीं देखी जाएगी बल्कि उसके रहन-सहन को ग्रहित रखा जाएगा. इस नए बदलाव में घर, शिक्षण, स्वच्छता का समावेश रहेगा. केंद्रीय ग्राम विकास मंत्रालय द्वारा जारी किए गए गरीबी रेखा के विषय में यह जानकारी दी गई है.
विश्व बैंक ने देश भारत को अल्प, मध्यम आमदनी की श्रेणी में वर्गीकृत किया है. इस श्रेणी में देश के नागरिकों की हर रोज खर्च की क्षमता मात्र ७५ रुपए है. देश में वर्तमान स्थिति में श्रेणी का खर्च क्षमता से अधिक है और उनकी आमदनी अधिक है. निम्न व मध्यम आमदनी वाली श्रेणी में ऐसे लोग है कि जो सक्षम नहीं है और उनकी आय ज्यादा नहीं है जिसके आधार पर वे बढती हुई अर्थव्यवस्था का लाभ उठा सकते है.
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वर्तमान स्थिति में गरीबी रेखा की सीमा वादग्रस्त
ग्रामविकास विभाग की मुख्य आर्थिक सलाहगार सीमा गौर व आर्थिक सलाहगार एन.श्रीनिवास राव द्वारा लिखी कार्यसूची मेंं वर्तमान गरीबी रेखा की सीमा वादग्रस्त ठहराई गई है. जिसमें अनेक दोष है. तेदुंलकर समिति द्वारा निर्धारित की गई गरीबी रेखा की सीमा नीचे चले जाने की वजह से वाद निर्माण हुआ था.