ओमिक्रॉन ने फिर बढ़ाई मुसीबत, 7 राज्यों में लगा नाइट-कर्फ्यू, अब लॉकडाउन का अंदेशा
देश में ओमिक्रॉन संक्रमित 64 नये मरीज
* कुल 598 ओमिक्रॉन संक्रमित पाये जा चुके
* महाराष्ट्र में अब तक 141 संक्रमित
नयी दिल्ली/दि.27– देश एक बार फिर से कोरोना महामारी के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए पाबंदियों की ओर लौट चला है. करीब सात राज्यों ने नाइट-कर्फ्यू लागू कर दिया है, यानी सिर्फ इस दौरान आवश्यक आवागमन ही जारी होंगे. सार्वजनिक समारोह पर भी कई तरह की पाबंदियां लगाई गई है. जिस तरह से देश में दर्ज हो रहे कोरोना के दैनिक मामलों में उछाल देखने को मिल रहा है. महाराष्ट्र, दिल्ली समेत कई राज्य में कोरोना के मामले 6 महीने बाद तेजी से बढ़ रहे हैं. वहीं, ओमिक्रॉन के मामले में महानगर सरीखे कई राज्यों में तेजी के साथ हर रोज दर्ज किये जा रहे हैं.
ओमिक्रॉन नामक वेरियंट का संक्रमण कई राज्यों व केंद्रशासित प्रदेशों में फैल चुका है, जिससे कुल संक्रमितों की संख्या 598 हो गई है. ओमिक्रॉन संक्रमितों के मामले में दिल्ली ने महाराष्ट्र को पीछे छोड़ दिया है. दिल्ली 142 मामलों के साथ सबसे ऊपर आ गया है. वहीं महाराष्ट्र 141 संक्रमितों के साथ दूसरे स्थान पर बना हुआ है. कोविड -19 और इसके ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों को देखते हुए महाराष्ट्र, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, हरियाणा, गुजरात और मध्य प्रदेश जैसे कई राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने रात में कर्फ्यू और कोविड प्रोटोकॉल की नई गाइडलाइन लागू कर दी है. साथ ही यदि हालात ऐसे ही बने रहते है, तो देश को एक बार फिर लॉकडाउन जैसी स्थिति का सामना करना पड सकता है.
इस समय तक देश में कुल मरीजों की संख्या 525 के पार हो चुकी है. चंडीगढ़ में रविवार को ओमिक्रॉन के 2 नए मामले मिले हैं. यहां अब कुल 3 केस हो गए हैं. तेलंगाना में भी 3 नए मामलों के साथ कुल ओमिक्रॉन संक्रमित बढ़कर 44 पर पहुंच गए हैं. इससे पहले महाराष्ट्र में लगातार तीसरे दिन ओमिक्रॉन के बड़ी संख्या में नए मामले मिले. रविवार को यहां 31 नए केस के साथ नए वैरिएंट से संक्रमित कुल मरीजों की संख्या 141 हो गई है. इसके अलावा केरल में 19 और मध्यप्रदेश के इंदौर में 8 संक्रमितों की पुष्टि हुई है. हिमाचल प्रदेश में भी पहला ओमिक्रॉन संक्रमित मिला है. इस तरह देश में ऐसे मरीजों का आंकड़ा 525 के पार हो गया है.
उधर, दिल्ली में रविवार को कोरोना के 290 केस रिपोर्ट किए गए हैं. अब यहां एक्टिव केस की संख्या 1,103 हो गई है. राज्य सरकार के ऑफिशियल कोरोना बुलेटिन के मुताबिक, कोरोना के पॉजिटिविटी रेट में भी 0.5% की गंभीर बढ़ोतरी हुई है. इसके चलते मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की सरकार ने नेशनल कैपिटल में नाइट कर्फ्यू लगाने का ऐलान किया है.
इधर महाराष्ट्र के मुंबई में भी गत रोज कोरोना के 922 नए मामले दर्ज किए गए. ये विगत 7 महीनों में यह एक दिन में मिले मरीजों की यह सबसे बड़ी संख्या है. साथ ही शनिवार को मिले केस के मुकाबले 21% ज्यादा हैं. 4 जून को मुंबई में एक दिन में 973 मामले सामने आए थे. अब यहां 4,295 एक्टिव केस हैं. पॉजिटिविटी रेट भी बढ़कर 2.64% हो गया है. इसके बावजूद मुंबई के बीच पर भारी भीड़ दिखाई दे रही है. महाराष्ट्र में 1,648 नए केस मिले हैं. इसके अलावा महाराष्ट्र के अहमदनगर के एक स्कूल में कोरोना विस्फोट हुआ है। ढोकेश्वर के टाकली में स्थित नवोदय स्कूल में रविवार को 48 विद्यार्थियों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. इसके साथ ही स्कूल के 3 कर्मचारी भी पॉजिटिव आए हैं. इस स्कूल को जिला प्रशासन ने सील कर दिया है. ऐसे में अब राज्य में धारा 144 भी लगा दी गई है. वहीं होटल, पब और रेस्टोरेंट जैसी जगहों पर क्षमता के 50% लोगों को ही मौजूद रहने की अनुमति दी गई है. महाराष्ट्र में ओमिक्रॉन के लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने लॉकडाउन की आशंका जाहिर की है. टोपे ने कहा कि राज्य में 500 मीट्रिक टन से ज्यादा आक्सीजन की जरूरत होने की स्थिति में सरकार लॉकडाउन लगा सकती है. अगले दो हफ्ते राज्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं. बता देें कि, देश में सबसे ज्यादा ओमिक्रॉन संक्रमित फिलहाल महाराष्ट्र में हैं. यहां अब तक ओमिक्रॉन के 110 केस मिल चुके हैं. ऐसे में महाराष्ट्र सरकार पहले ही राज्य में रात 9 बजे से सुबह 6 बजे तक धारा 144 लगा चुकी है. इसके तहत किसी भी पब्लिक प्लेस पर 5 से ज्यादा लोगों के जमा होने पर पाबंदी लगा दी गई है. हालांकि, आवश्यक सेवाओं को इस प्रतिबंध से छूट दी गई है.
इसके साथ ही मध्य प्रदेश में 24 घंटे में प्रदेश में 41 केस आए हैं. प्रदेश में इंदौर और भोपाल कोरोना के हॉटस्पॉट बनते जा रहे हैं. इन दोनों शहरों में डबल डिजिट में कोरोना मरीज आए हैं. इंदौर में 19 पॉजिटिव के साथ सबसे ज्यादा संक्रमित मिले हैं. इसके बाद भोपाल में 11 मरीज मिले हैं. इसमें एक 6 साल का बच्चा भी शामिल हैं.
* केंद्र ने राज्यों को जारी की नई एडवाइजरी
ओमीक्रोन के बढ़े खतरे को देखते हुए केंद्र सरकार ने सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को नई एडवाइजरी जारी की है. गृह मंत्रालय की ओर से आज भेजे गए पत्र में साफ कहा गया है कि देशभर में 31 जनवरी 2022 तक कोविड-19 प्रबंधन के लिए जारी गाइडलाइंस का सख्ती से पालन जारी रखा जाए. राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के सभी मुख्य सचिवों को निर्देश देते हुए इस बात पर जोर दिया है कि कोविड के मौजूदा हालात को देखते हुए स्थानीय और जिला स्तर पर सख्त और शीघ्र कंटेनमेंट उपायों, स्पष्ट पूर्वानुमान, डेटा विश्लेषण आदि की जरूरत है. इससे पहले 23 दिसंबर 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओमीक्रोन वेरिएंट से बने हालात की समीक्षा करते हुए सतर्क और सावधान रहने की बात कही थी. साथ ही केंद्र सरकार ने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से कहा था कि कोरोना वायरस का ओमीक्रोन स्वरूप इसके डेल्टा स्वरूप की तुलना में कम से कम तीन गुना अधिक संक्रामक है और इमर्जेंसी वॉर रूम को सक्रिय करने के साथ ही जिला और स्थानीय स्तर पर सख्त एवं त्वरित रोकथाम कार्रवाई की जानी चाहिए. राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को लिखे पत्र में परीक्षण और निगरानी बढ़ाने के अलावा रात में कर्फ्यू लगाने, शादियों और अंतिम संस्कार में लोगों की संख्या कम करने जैसे रणनीतिक निर्णय को लागू करने की सलाह दी गई है.
केंद्र ने कहा है कि राज्य सरकारों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि ऑक्सीजन आपूर्ति के उपकरण पूरी तरह से चालू स्थिति में हों और जरूरी दवाओं का बफर स्टॉक बना रहे. केंद्र ने राज्यों से पांच सूत्री रणनीति जैसे, टेस्ट-ट्रैक-ट्रीट-वैक्सीनेशन और कोविड उपयुक्त व्यवहार करने और कोविड केस बढ़ने से रोकने, मास्क का इस्तेमाल और सामाजिक दूरी का सख्ती से पालन सुनिश्चित करने को कहा है.