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किसानों का एक दिन का उपवास खत्म

कृषि मंत्री बोले- हम बातचीत के लिए तैयार

नई दिल्ली/दि.१४– नए कृषि कानूनों के खिलाफ सिंघु बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे किसानों का एक दिन का उपवास खत्म हो गया. किसानों से सोमवार शाम पांच बजे के बाद अपना उपवास तोड़ा. दिल्ली बॉर्डर पर किसान आंदोलन का आज 19 वां दिन हैं. सिंधु बॉर्डर पर किसानों ने आज सुबह आठ बजे से अपना उपवास शुरू किया था. किसानों से सोमवार को सुबह आठ बजे से अपना उपवास शुरू किया और पांच बजे के बाद अपना उपवास तोड़ा. उपवास खत्म होने के बाद भारतीय किसान यूनियन दोआबा के अध्यक्ष मनजीत सिंह ने कहा, सरकार को हमारा संदेश है कि उसकी नीतियों के कारण अन्नदाता को आज उपवास करना पड़ा. सरकार को तीन कृषि कानूनों को निरस्त करना चाहिए.
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि हम किसानों से बातचीत के लिए तैयार है. उन्होंने कहा कि अगर किसान चर्चा के लिए कोई प्रस्ताव भेजते हैं तो हम बातचीत करेंगे. उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि किसान नए कृषि कानून की हर धारा पर चर्चा करें. किसानों के समर्थन में आम आदमी पार्टी ने भी एक दिन का उपवास किया. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी उपवास पर रहे. इसके अलावा सामूहिक उपवास में डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया और आप नेता आतिशी सहित अन्य लोग शामिल हुए.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि किसी भी देश की नींव किसान और जवान होते है अगर देश के किसान और जवान संकट में हो तो देश कैसे खुशहाल हो सकता हैं? उन्होंने कहा, किसानों को देशद्रोही कह कर गंदी राजनीती करना बंद करो.
किसानों के उपवास के दौरान आज ऑल इंडिया किसान को-ऑर्डिनेशन कमेटी से जुड़े दस संगठनों ने केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से मुलाकात की. ये संगठन यूपी, तेलंगाना, पंजाब, तमिलनाडु और बिहार जैसे राज्यों से आए थे. इन्होंने केंद्र के नए कृषि कानूनों पर अपना समर्थन दिया और एक ज्ञापन सौंपा.
सोमवार की शाम साढ़े पांच बजे के करीब हरियाणा के विधायकों और सांसदों ने केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से दिल्ली में कृषि भवन में मुलाकात की. इसके अलावा पंजाब बीजेपी नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अश्विनी शर्मा के नेतृत्व में केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और केंद्रीय मंत्री सोम प्रकाश से मुलाकात की. हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने फिर उम्मीद जताते हुए कहा कि जल्द ही सरकार और किसानों के बीच अगले दौर की बातचीत होगी. उन्होंने कहा कि कृषि मंत्री और गृह मंत्री लगातार इस मुद्दे पर बातचीत कर रहे हैं. चौटाला ने कहा कि उम्मीद है कि बातचीत के लिए जो 40 किसान संगठनों के नेता आए थे उन्हें वे दौर की चर्चा में शामिल होंगे और कोई नतीजा निकलेगा. बता दें कि अब तक किसान और सरकार के बीच छह दौर की बैठक हो चुकी है. सोमवार को दोपहर में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर गृह मंत्री अमित शाह के आवास मुलाकात के लिए पहुंचे थे. इसके अलावा किसान आंदोलन के बीच कृषि मामलों पर त्रह्ररू बैठक भी हुई. कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, गृह मंत्री अमित शाह समेत तमाम अधिकारी इस बैठक में मौजूद रहे.
वहीं फिक्की के वार्षिक सम्मेलन में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, हमारे कृषि क्षेत्र के खिलाफ प्रतिकूल कदम उठाने का कोई सवाल ही नहीं है. हाल के सुधारों को भारत के किसानों के सर्वोत्तम हितों को ध्यान में रखते हुए किया गया है.
गाजीपुर बॉर्डर पर सुबह 11.00 बजे कुछ प्रदर्शनकारी नेशनल हाइवे 24 पर धरने पर बैठ गए, जिसके चलते यहां एक लंबा जाम लग गया था. लेकिन कुछ देर बाद ही प्रदर्शनकारियों को सड़कों से हटवा दिया गया. दरअसल कृषि कानून के खिलाफ नाराजगी जताते हुए प्रदर्शनकारियों का एक गुट फिर से सड़कों पर उतर आया. हालांकि भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत प्रदर्शनकारियों का गुस्सा देख उन्हें समझाने के लिए उनके पास पहुंचे और उनसे अपील की कि आप सभी सड़क से उठ जाएं.

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