नई दिल्ली/दि.२४– अब जल्द ही बाज़ारों में सस्ती प्याज़ की बिक्री शुरू हो जाएगी. NAFED ने इसके लिए प्लान पर काम करना शुरू कर दिया है. वहीं NAFED के डायरेक्टर का यह भी कहना है कि अगले 10 दिनों में राजस्थान से भी प्याज़ आने की उम्मीद है. इसके बाद प्याज़ के दाम खुद ब खुद नीचे आ जाएंगे. दूसरी ओर NAFED अपने गोदामों से प्याज़ दूसरे राज्यों को भेजना शुरू कर रहा है. सफल के स्टोर से भी सस्ती प्याज़ बेची जा रही है. NAFED डायरेक्टर का कहना है कि प्याज़ की कुछ फसल खराब हो जाने के कारण प्याज़ के दाम में यह भारी अंतर देखने में आ रहा है.
NAFED के डायरेक्टर अशोक ठाकुर ने बताया कि जल्द ही 21 रुपये प्रति किलो के रेट से राज्यों को प्याज़ भेजे जाएंगे. इसके बाद ट्रांसपोर्ट और दूसरे खर्च जोड़कर राज्य अपने हिसाब से उस प्याज़ को बाज़ारों में बेच सकेंगे. वहीं, दिल्ली में हम सफल के स्टोर पर 28 रुपये किलो के रेट से प्याज़ बिकवा रहे हैं. जानकारों की मानें तो NAFED से 21 रुपये किलो प्याज़ मिलने के बाद राज्य़ अपने खर्चें जोड़कर ज्य़ादा से ज्य़ादा 30 रुपये प्रति किलो की रेट से प्याज़ को आराम से बेच सकेंगे.
केन्द्र सरकार के पास बफर स्टॉक में अब केवल 25 हज़ार टन प्याज ही बचा है, जोकि नवंबर के पहले सप्ताह तक ही खत्म हो जाएगा. NAFED के प्रबंध निदेशक संजीव कुमार चड्ढा ने शुक्रवार को इस बारे में जानकारी दी है. वर्तमान में घरेलू उपलब्धता को बढ़ाने और प्याज की कीमतों को कम करने के लिए नेफेड प्याज के बफर स्टॉक को उतार रहा है. बीते कुछ सप्ताह में प्याज की कीमतें 75 रुपये प्रति किलो तक जा चुकी हैं.
प्याज के बफर स्टॉक को नेफेड केंद्र सरकर की तरफ से तैयार और प्रबंधन करता है, ताकि जरूरत पडऩे पर इसे इस्तेमाल किया जा सके. इस साल नेफेड ने बफर स्टॉक के लिए 1 लाख टन प्याज की सरकरी खरीद की थी. अब प्याज के बढ़ते कीमतों पर लगाम लगाने के लिए इसी का इस्तेमाल किया जा रहा है.