9 साल में महाराष्ट्र में बनी महज 3, 459 किमी की सडकें
726 कार्य स्वीकृत , 341 ही हो पाए पूर्ण
नई दिल्ली/दि.8– पिछले 9 सालों के दौरान महाराष्ट्र में सडक निर्माण के कुल 729 कार्य स्वीकृत किए गये थे, लेकिन उनमें से अब तक 3,459 किमी की लंबाई के 341 कार्य ही पूरे किए जा सके है. हालांकि सरकार ने सडक निर्माण कार्यो में हुई देरी के लिए मुख्य रूप से कोविड महामारी, मंजूरी में देरी और ठेकेदारों का खराब निष्पादन बताया है.
सांसद संजय जाधव और विनायक राउत ने लोकसभा में महाराष्ट्र में कई राष्ट्रीय राजमार्ग जीर्ण-शीर्ण अवस्था में होने के मुद्दे की ओर सरकार का ध्यान आकर्षित किया. उन्होंने जानना चाह था कि सडको की यह स्थिति को संज्ञान में लिया है तो विशेष रूप से परभणी संसदीय क्षेत्र के तहत छोटी और प्रमुख सडको की वर्तमान स्थिति क्या है ? साथ ही सांसदों ने गत9 वर्षो के दौरान केंद्रीय सडक अवसंरचना निधि (सीआरआईएफ) के तहत महाराष्ट्र के लिए अनुमोदित सडको की संख्या और उनकी वर्तमान स्थिति का ब्यौरा मांगा था. सांसदो के इन सवालों के लिखित जवाब में केंद्रीय सडक परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने बताया कि महाराष्ट्र मेंं 2014-15 से कुल 11, 531,46 करोड रूपए की स्वीकृत लागत से 5,458 किलोमीटर की लंबाई में 726 कार्यो को मंजूरी दी गई थी. उनमें से अब तक3,458 किमी के लंबाई किे 341 कार्य पूरे कर लिए गये है और इस पर 4,990 करोड रूपए खर्च हुए है. मंत्री के मुताबिक शेष कार्य कार्यान्वयन के लिए चरण में है. मंत्री ने बताया कि वर्तमान वित्तीय वर्ष में महाराष्ट्र मेेंं राष्ट्रीय राजमार्ग के रखरखाव और मरम्मत के लिए 712.83 करोड रूपए जारी करने को मंजूरी दी गई है.े इससे लगभग 1ख् 890 किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्ग की मरम्मत की जानी है.