कोरोना से ठीक होने वाले बच्चों में एक नई बीमारी से दहशत
नागपुर में तेजी से फैल रही है यह अजीब बीमारी
नई दिल्ली/दि. 17 – एक तरफ कोरोना से ठीक होने वालों में म्यूकोरमाइकोसिस बीमारी तेजी से फैल रही है तो दूसरी तरफ अब छोटे बच्चों में एक नई बीमारी का संक्रमण दिखाई दे रहा है. नागपुर में इस नई बीमारी के चपेट में 30 मरीज आ चुके हैं. इनमें से एक की मृत्यु भी हो चुकी है. कोरोना से ठीक होने के बाद छोटे बच्चों में अब ‘मल्टी सिस्टम इन्फ्लेमेटरी सिन्ड्रोम’ (Multi System Inflammatory Syndrome) नाम की नई बीमारी का संक्रमण हो रहा है. इससे छोटे बच्चों में अलग-अलग तरह के विकार पैदा हो रहे हैं. मृत्यु को प्राप्त एक मरीज को ब्रेन ट्यूमर होने की बात सामने आई है. कोरोना संक्रमण होने के दो से छह हफ्तों में ‘मल्टी सिस्टम इन्फ्लेमेटरी सिन्ड्रोम’ के लक्षण छोटे बच्चों में दिखाई देते हैं. इसलिए अभिभावकों को सलाह दी जाती है कि वे कोरोना संक्रमण के ठीक होने के बाद यदि वे बच्चे में कोई नया लक्षण देखें तो तुरंत डॉक्टरों की सलाह लें.
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औरंगाबाद में म्यूकोरमाइकोसिस का कहर
औरंगाबाद जिले में कोरोना के बाद अब म्यूकोरमाइकोसिस का कहर टूट रहा है. म्यूकोरमाइकोसिस से औरंगाबाद में पिछले डेढ़ महीने में 16 लोगों की मौत हो गई है. अब तक जिले में 201 लोगों को म्यूकोरमाइकोसिस हो चुका है और 113 लोगों की आंखें निकालनी पड़ी हैं. राज्य में म्यूकोरमाइकोसिस के सबसे ज्यादा मरीज औरंगाबाद में ही हैं. म्यूकोरमाइकोसिस से सबसे ज्यादा मौतें भी औरंगाबाद जिले में ही हुई हैं.
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कोरोना की तीसरी लहर छोटे बच्चों के लिए कितनी घातक?
देश में फिलहाल कोरोना की दूसरी लहर का प्रचंड कहर शुरू है. इस लहर पर जब तक काबू पाया जाएगा तब तक तीन-चार महीनों में कोरोना की तीसरी लहर आ जाएगी. इस लहर के चपेट में सबसे ज्यादा छोटे बच्चों के आने की आशंका विशेषज्ञों ने जताई है. इसलिए अभिभावकों की चिंता बढ़ गई है. 18 से 44 साल के लोगों को कोरोना वैक्सीन दी जा रही है. देश में अब तक छोटे बच्चों के लिए कोरोनारोधी वैक्सीन उपलब्ध नहीं हुई है. ऐसे में छोटे बच्चों के लिए तीसरी लहर का सामना करना एक बड़ी चुनौती है