नई दिल्ली/दि.२३ – केंद्रीय बजट बनाने की प्रक्रिया का अंतिम चरण में पहुंच चुकी है. बजट बनाने के अंतिम प्रक्रिया के रूप में रस्मी तौर पर मनाए जाने वाले हलवा सेरेमनी का आयोजन शनिवार को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की मौजूदगी में किया गया. वहीं, वित्त मंत्री ने यूनियन बजट मोबाइल ऐप लॉन्च किया. इसके साथ ही पेपरलेस बजट की शुरुआत हो गई है. आजादी के बाद से पहली बार बजट की प्रिंटिंग नहीं हो रही है. यूनियन बजट मोबाइल ऐप के जरिए सासंद और आम जनता बजट से जुड़े डॉक्यूमेंट्स पा सकेंगे.
इस साल कोविड-19 की वजह से बजट की कागज पर प्रिंटिंग नहीं होगी. इसके अलावा आर्थिक समीक्षा (इकोनॉमिक सर्वे) की भी कागजों पर छपाई नहीं होगी. आर्थिक समीक्षा 29 जनवरी को संसद के पटल पर रखी जाएगी. इस साल ये दोनों दस्तावेज इलेक्ट्रॉनिक रूप में सासंदों को दिए जाएंगे. इस मोबाइल ऐप में सभी 14 बजट के दस्तावेज हैं. इसमें वार्षिक वित्तीय विवरण (Annual Financial Statement), डिमांड फॉर ग्रांट (Demand for Grants), वित्त विधेयक आदि की जानकारी होगी. इस ऐप में डाउनलोडिंग, प्रिंटिंग, सर्च, जूम इन और आउट, एक्सटर्नल लिंक आदि फीचर्स हैं. इसका इंटरफेस यूजर फ्रेंडली है.
गौरतलब है कि बजट सत्र का पहला चरण 29 जनवरी से शुरू होगा और 15 फरवरी को समाप्त होगा. वहीं बजट का दूसरा सत्र 8 मार्च से 8 अप्रैल तक चलेगा. 29 जनवरी को राष्ट्रपति के अभिभाषण के साथ ही बजट सत्र की शुरुआत की जाएगी. 1 फरवरी को बजट पेश किया जाएगा. केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने बताया है कि बजट सत्र का दूसरा चरण 8 मार्च से 8 अप्रैल तक होगा. उन्होंने कहा कि सत्र के दौरान कोविड-19 प्रोटोकॉल का अनिवार्य रूप से ध्यान दिया जाएगा.