नई दिल्ली./ दि.8 – संसद का बजट सत्र गुरुवार को समय से एक दिन पहले ही खत्म हो गया. इसके साथ ही लोकसभा व राज्यसभा की कार्रवाई अनिश्चित काल के लिए स्थगित हो गई. दोनो सदन शुक्रवार तक चलने थे बजट सत्र का दूसरा भाग 14 मार्च को शुरु हुआ था. दो चरणो में हुए बजटसत्र में लोकसभा में 129 और राज्यसभा में 99.80 प्रतिशत कामकाज हुआ. लोकसभा में 27 बैठकें हुई सुबह निचले सदन की कार्यवाही शुरु होने पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि सत्र के दौरान सदन की बैठकें 177 घंटे 50 मिनट तक चली.
इसी दौरान 182 तारांकित प्रश्नों के उत्तर दिए गए. लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने उम्मीद जताई की साल 2023 तक सभी विधानमंडल से संबंधित कार्यवाही एक मंच पर लायी जाएगी. सभी जानकारी मेटा-डेटा के आधार पर उपलब्ध होगी इस पर काम चल रहा है. राज्यसभा सचिवालय के अनुसार उच्च सदन शत प्रतिशत कामकाज की उपलब्धी हासिल करने में 10 मिनट से चुक गया. उच्च सदन ने इस सत्र के दौरान 23 प्रतिशत समय का उपयोग सरकारी विधेयकों पर चर्चा के लिए किया. वहीं 37.50 प्रतिशत समय का उपयोग अन्न चर्चा के लिए किया गया. 127 घंटे 54 मिनट के निर्धारित बैठक के मुकाबले सदन ने 127 घंटे 14 मिनट काम किया. यह साल 2017 के बाद से राज्यसभा का यह तीसरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है. सत्र के दूसरे भाग के दौरान संसद में अपराधिक प्रक्रिया (पहचान) विधेयक दिल्ली नगर निगम (संशोधन) विधेयक समेत 11 विधेयक पास किए.
पारंपरिक समापन संबोधन नहीं दें सके सभापती
समय से पहले कार्यवाही स्थगित करने के फैसले का कांग्रेस, शिवसेना, तृणमुल कांग्रेस सहित कुछ अन्य विपक्षी दलों ने विरोध किया. सदन में भारी हंगामे के कारण सभापती एम. वेंकैया नायडू अपना पारंपरिक समापन संबोधन नहीं दे सके. कांग्रेस ने आरोप लगाया कि, सरकार मंहगाई, बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर चर्चा से बचने के लिए सदन को समय से पहले ही स्थगित कर दिया.