देहरादून/दि.२९– विपक्ष पर किसानों को अपमानित करने का आरोप लगाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि देश में न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) और किसानों को अपनी उपज कहीं भी बेचने की आजादी, दोनों रहेगी.
महत्त्वाकांक्षी परियोजना नमामि गंगे के तहत उत्तराखंड में हरिद्वार, ऋषिकेश, मुनि की रेती और बद्रीनाथ में सीवरेज शोधन संयंत्र (एसटीपी) और गंगा संग्रहालय का नयी दिल्ली से डिजिटल माध्यम से लोकार्पण के बाद अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने कृषि विधेयकों को लेकर विपक्ष पर करारा हमला बोला और कहा, ” जिन सामानों और उपकरणों की किसान पूजा करते हैं, उन्हें आग लगाकर ये लोग किसानों को अपमानित कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि बरसों तक ये लोग एमएसपी लागू करने की बात कहते रहे, लेकिन किया नहीं और जब उनकी सरकार ने ऐसा किया तो वे उस पर ही किसानों में भ्रम फैला रहे हैं. विपक्षी दलों का नाम लिए बिना प्रधानमंत्री ने कहा, ” एमएसपी लागू करने का काम स्वामीनाथन आयोग की इच्छा के अनुसार हमारी सरकार ने किया. वे एमएसपी पर ही किसानों में भ्रम फैला रहे हैं.
देश में एमएसपी भी रहेगी और किसानों को अपनी उपज कहीं भी बेचने की आजादी भी रहेगी. उन्होंने कहा कि यह आजादी कुछ लोग बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं क्योंकि इनकी काली कमाई का एक और जरिया समाप्त हो गया है और इसलिए इन्हें परेशानी है.
कृषि विधेयक पर केवल विरोध के लिए विरोध करने का विपक्ष पर आरोप लगाते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इन विधेयकों के माध्यम से देश के किसानों को अनेक बंधनों से मुक्त किया गया है और अब देश का किसान कहीं पर भी किसी को भी अपनी उपज बेच सकता है.
मोदी ने कहा, ”आज जब केंद्र सरकार किसानों को उनके अधिकार दे रही है तो भी वे विरोध पर उतर आए हैं. ये लोग चाहते हैं कि देश का किसान खुले बाजार में अपनी उपज नहीं बेच सके. ये चाहते हैं कि किसानों की गाडियां जब्त होती रहें, उनसे वसूली होती रहे, उनसे कम कीमत पर अनाज खरीदकर बिचौलिए मुनाफा कमाते रहें.