ओमिक्रॉन को लेकर बढ़ी चिंता के बीच PM मोदी की बैठक जारी
स्थिति और तैयारियों का ले रहे जायजा
नई दिल्ली/दी. २३- देश में ओमिक्रॉन की स्थिति को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बैठक शुरू हो गई है. बैठक में पीएम मोदी स्थिति और तैयारियों का जायजा ले रहे हैं. मंत्रियों और अधिकारियों के साथ हो रही इस बैठक में पीएम मोदी कोविड-19 की मौजूदा स्थिति की समीक्षा कर रहे हैं. ये बैठक ऐसे समय में हो रही है जब देश में ओमिक्रॉन का प्रसार काफी तेजी से हो रहा है. देश के 16 राज्यों से सामने आ चुके ओमिक्रॉन के मामलों का कुल आंकड़ा 300 के करीब पहुंच गया है.ओमिक्रॉन के तेजी से बढ़ते मामलों से सरकार भी टेंशन में हैं और राज्यों से लगातार सतर्क रहने के लिए कह रही है. सरकार की टेंशन इसलिए भी बढ़ रही हैं क्योंकि आने वाले दिनों में यानी क्रिसमस और न्यू ईयर सेलिब्रेशन में ओमिक्रॉन के मामलों के बढ़ने का खतरा काफी ज्यादा है.बैठक में कोविड की मौजूदा स्थिति और ट्रेंड पर चर्चा हो रही है. पीएम मोदी ओमीक्रोन से संबंधित अबतक प्राप्त जानकारी, उसके लिए तैयारी, बूस्टर डोज, बच्चों के लिए वैक्सीन जैसे तमाम मुद्दों की जानकारी ले रहे हैं, बैठक में स्वास्थ्य, एक्सपर्ट, गृह, पीएमओ और नीति आयोग के अधिकारी मौजूद हैं.इससे पहले केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार को बताया था कि महाराष्ट्र में ‘ओमिक्रॉन’ वेरिएंट के सबसे अधिक 65 मामले, दिल्ली में 64, तेलंगाना में 24, राजस्थान में 21, कर्नाटक में 19 और केरल में 15 मामले सामने आए हैं. केंद्र सरकार ने मंगलवार को राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से कहा था कि कोरोना वायरस का ओमिक्रॉन वेरिएंट इसके डेल्टा स्वरूप की तुलना में कम से कम तीन गुना अधिक संक्रामक है और आपातकालीन संचालन केंद्रों को सक्रिय किए जाने के साथ ही जिला एवं स्थानीय स्तर पर सख्त एवं त्वरित रोकथाम कार्रवाई की जानी चाहिए.राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को लिखे पत्र में, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने परीक्षण और निगरानी बढ़ाने के अलावा रात में कर्फ्यू लगाने, बड़ी सभाओं का सख्त नियमन, शादियों और अंतिम संस्कार कार्यक्रमों में लोगों की संख्या कम करने जैसे रणनीतिक निर्णय को लागू करने की सलाह दी. पत्र में उन उपायों पर प्रकाश डाला गया है, जिन्हें देश के विभिन्न हिस्सों में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि के शुरुआती संकेतों के साथ-साथ चिंता बढ़ाने वाले स्वरूप ओमीक्रोन का पता लगाने के लिए उठाए जाने की आवश्यकता है. ओमिक्रॉन की संक्रामकता के मद्देनजर देश में कोविड रोधी टीके की बूस्टर डोज देने की मांग भी उठ रही है. कई देशों में बूस्टर डोज दी भी जा रही है.